छत्तीसगढ

फिरोज सिद्दीकी ने फिर सोशल मीडिया में जारी किया अपना बयान

रायपुर। अंतागढ़ टेप कांड में लगातार नया मोड़ आ रहा है ।आपको बता दें कि अंतागढ़ में 2014 में विधानसभा के उपचुनाव हुए थे, जिसमे कांग्रेस के प्रत्याशी मंतूराम पवार ने बड़े नाटकीय ढंग से अपना नाम वापस ले लिया था, हालांकि उसके बाद उस विधानसभा सीट में कांग्रेसी प्रत्याशी मैदान में नहीं उतरा लिहाजा उस सीट पर बीजेपी के भोजराज नाग की जीत हुई थी। चुनाव संपन्न होने के बाद एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें अंतागढ़ चुनाव में खरीद-फरोख्त की बात सामने आई थी।
दरअसल, फिरोज सिद्धकी ने अपनी जान का खतरा मोलकर ये वीडियो बनाया था जिसमे बड़े राजनीतिक चेहरों की संलिप्तता बताया था।
विगत रात फिरोज सिद्धकी ने मीडिया को दिए सोशल बयान में कहा है कि उन्हें जान का खतरा है और सड़क दुर्घटना में या अन्य तरीकों से मारने की प्लानिंग किया जा रहा है।
इतना ही नहीं उन्होंने आईपीएस व आईएएस से अपने जान को नुकसान होना भी बताया।
उन्होंने कल देर रहा सोशल मीडिया में जारी बयान में कहा है कि आज रात तकरीबन 1 बजे रायपुर पुलिस मेरे घर पर आई थी और मेरे दरवाजे को जबरन धक्का देकर मुझे बयान के लिए चलने कहा जा रहा था लगता है कि मुझे मेरी जान का खतरा है। आगे फिरो सिद्धकी ने कहा कि
आज आधीरात 1 बजे टी आई मोहसिन अली के नेतृत्व सिविल लाइन पेट्रोलिंग पुलिस जिसमे लगभग 10 पुलिस के जवान तथा एक महिला इस्पेक्टर अचानक बिना कोई सूचना मेरे घर पर जोर जोर से दरवाज़ा खटखटाया जाता है जब मैंने पुलिस आने का कारण जानना चाहा तो कहा गया कि SP साहब अन्तःगढ़ मामले में बयान लेने बुलाया जा रहा है,इस संबंध में कोई नोटिस या वारंट पूछने कहा गया ।मौखिक आदेश पर आए है।मैंने आधीरात दरवाज़ा खोलने से मना कर दिया।इस बीच मैंने आप सभी के अलावा अपने दोस्त परिवार एंव वकील साहब को जानकारी दी गयी,वकील द्वारा बार बार पूछा गया ऐसा कौन सा कानून है जो आधीरात को ब्यान लिया जाएगा इन्होंने इतना ही कहा हमे ऊपर से आर्डर है,हां पुलिस बार बार ये जानने की कोशिश करती रही कि मैं कल सुबह दिल्ली जा रहा हु या नही।
दोस्तो जैसा कि मैंने परसो शाम और कल ही बता दिया था कि मुझे सड़क दुर्घटना या अन्य साजिस की तहत मारने की रणनीति बनायी जा रही है और इस साजिस में IAS, IPS अधिकारियों के शामिल होने की आशंका जाहिर किया था,दूसरा अन्तःगढ़ टेप कांड जांच कर SIT से मैं संतुष्ट नही हु,वो कंही न कंही आरोपियों को बचा रही है।
आधीरात पुलिस का मेरे घर और धावा बोलना इस बात का इशारा करता है कि मैंने जो आरोप लगाए है अपनी जान को लेकर वो सही है।इसके पूर्व SIT ने जितनी बार पूछताछ के लिए बुलाया मैंने बराबर सहयोग दिया।फिर आज ऐसी कौन सी आफत आ गयी जो आरोपियों से पूछने के बाजए मैं मुख्य गवाह घर दबिश देती है।
मैं इस बात को पुनः दोहराता हु की अन्तःगढ़ टेप कांड की अगर सही जांच की जाए तो वो चेहरे भी बेनकाब हो जाएंगे जो आज तक पर्दे के पीछे है। अभी तो पार्ट वन की जांच चल रही।इसी से घबरा कर मुझे डराने और दहशत फैलाने के लिए आधीरात पुलिस बल भेजा गया ।अभी इस वक़्त भी बाहर पुलिस जवान बैठे हुए है मैं एक तरह से अपने ही घर पर नज़र बंद हु।
दूसरा अंतागढ़ टेप की आड़ में दुसरे स्टिंग ऑपरेशन को मुझसे प्राप्त कर नष्ट करना चाहती है। मुझे आशंका ही नही अब पूरा यकीन हो चला है कि अन्तःगढ़ टेप में आरोपी के अलावा पर्दे के पीछे छिपे चेहरे जिनको डर है कि कभी भी बेनकाब हो सकते है वो मेरी हत्या करवा देंगे।मेरे घर के सामने दहशत का माहौल बना कर रखा गया।
मैं एक बात उन लोगो को बता देना चाहता हु की मैं डरने वालो में से नही हु जब तक जान है शरीर मे संघर्ष करूँगा अपनी लड़ाई भारतीय कानून के तहत मिले अधिकार के साथ लड़ूंगा।मुझे न्याय पालिका से न्याय जरूर मिलेगा देखता हूं मुंह सुप्रीम कोर्ट जाने से कब तक पुलिस रोकती है। फील हाल अभी मैं अपने घर पर कैद हु।
अभी अभी मुझे लगता है बाहर से मीटर के पास से लाइट बंद कर दी गयी है ताकि घर के बाहर लगे CC TV में कैमरे बन्द हो जाये।और अब पुलिस अपनी मनमानी कर दरवाज़ा तोड़ने का प्रयास कर सकती है।

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