छत्तीसगढ

फेसबुक की दोस्ती ने डुबोयी लुटिया, अवैध रिलेशनशिप छिपाने दिया एक करोड़ फिर भी हुआ जगजाहिर

रायपुर। फेसबुक की दोस्ती ने एक सेनेटरी हार्डवेयर दुकान के मालिक की लुटिया डुबो दी। दरअसल, प्रार्थी के अनुसार आरोपी महिला ने उसे प्रेमजाल में फांसकर डरा-धमकाकर 1 करोड़ रुपए नगद के साथ एक महंगी चार पहिया ऐंठ लिया। इससे आरोपी का मन नहीं भरा, वह लगातार रुपए की डिमांड कर रही थी, जिसके बाद प्रार्थी चेतन शाह ने थाना पंडरी में रिपोर्ट दर्ज कराया। इस हाई-प्रोफाइल फेसबुक फ्रेंडशिप का सबसे मजेदार पहलु यह है कि, प्रार्थी प्रेमपुजारी चेतन शाह ने जिस लोक-लाज, समाज के डर से उसे  एक-एक करके एक कड़ोड़ से अधिक रुपए दे दिया था, बावजूद आज उसका अवैध रिलेशनशिप जगजाहिर हो गया।

पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ एच शेख ने मामले  का खुलासा करते हुए कहा कि ब्लेकमेलिंग का मामला था, लिहाजा इसे गंभीरता से लिया और आरोपिया को गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया। जिस पर थाना प्रभारी पंडरी द्वारा एक विशेष टीम का गठन कर प्रार्थी से घटना व आरोपिया के संबंध में विस्तृत पूछताछ किया जाकर आरोपिया की पतासाजी प्रारंभ किया गया। आरोपिया प्रीति तिवारी को गिरफ्तार करने में पुलिस को जल्दी ही सफलता मिली। पूछताछ में आरोपिया प्रीति तिवारी द्वारा उक्त घटना को स्वीकार किया गया। आरोपिया की निशानदेही पर उसके कब्जे से 1 मारूति ब्रेजा कार, 1 हुंडई, 1 मोबाईल फोन एवं सोने की ज्वेलरी कीमती लगभग 27,45,000 रूपये को जप्त किया गया है। आरोपिया को गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

पूरे मामले पर गौर फरमाए

प्रार्थी चेतन शाह ने थाना पंडरी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह वर्तमान में व्हीआईपी स्टेट तिराहा के पास पाम बेलाजियो बी-201 मोवा पंडरी में अपने परवार सहित रहता है। उसका वाथ स्टुडियो के नाम से देवेन्द्र नगर रायपुर में सेनेटरी हार्डवेयर की दुकान है। वर्ष 2012 में फेसबुक से चेतन की दोस्ती प्रीति तिवारी से हुई। वैसे प्रीति मनेंद्रगढ़ की रहने वाली है और बिलासपुर डेंटल कॉलेज से ड्रॉपआउट थी। खैर, ये दोस्ती धीरे-धीरे परवान चढ़ी और प्रीति तिवारी बिलासपुर से चेतन से मिलने रायपुर उसके दुकान पहुंची। इस तरह दोनों के बीच कभी रायपुर तो कभी बिलासपुर आना-जाना जारी रहा। फिर इसी बीच प्रीति के पिता परिवार सहित वर्ष 2015-16 में रायपुर के गायत्री नगर मोहल्ला स्थित सी-47 मकान में रहने लगे। अब प्रीति तिवारी प्रार्थी चेतन  से कहने लगी कि, मै तुम्हें प्यार करती हंू, मुझसे शादी कर लो। चेतन न सिर्फ शादीशुदा बल्कि एक बच्ची के पिता भी है, लिहाजा उसने शादी के लिए मना कर दिया, लेकिन प्रीति प्रार्थी को शारीरिक संबध बनाने के लिए प्रेरित करता रहा, जिसके बाद दोनों की सहमति पर संबंध स्थापित किया। फिजीकली रिलेशन को प्रीति तिवारी ने अपने मोबाईल में बिना प्रार्थी के जानकारी के कैद करते रहा। जान बुझकर षडय़ंत्र करके चेतन से रुपए ऐंठने के लिये प्रीति वीडियो फुटेज बना लिया। अब यहीं से प्रीति अपना खेल खेलना शुरू किया। चेतन को घर-परिवार-समाज में वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर 1 करोड़ 38 लाख 51 हजार रुपए नगद वसूल कर लिया। इससे भी प्रीति का मन नहीं भरा, उसने चेतन को डरा धमकाकर घुमाने के नाम से मुंबई व जगदलपुर लेकर गयी। प्रीति आए दिन प्रार्थी के दुकान व घर आ जाती थी और ब्लैकमेल कर रुपए की डिमांड करती थी। जिस पर प्रार्थी अपने बैंक खाता से, व्यावसायिक दोस्तों एवं रिश्तेदारों से उधार लेकर करीब 40 लाख नगद प्रीति को दिया। इसी वर्ष जनवरी में प्रार्थी चेतन अपना शंकर नगर सेक्टर 1, नंबर- एचआईजी 20 स्थित मकान को 1,42,00,000 में श्रीमती रजनी मारवाह को बेचा और उसी रुपए से उसने उन दोस्तों का उधार चुकता किया, जो आरोपी को देने के लिए लिए थे। चेतन का मकान बेचने की जानकारी प्रीति तिवारी को जैसे हुई उसने फिर से डर्टी एसएमएस के माध्यम से प्रार्थी को धमकी देकर बोली कि वह अब उसका पीछा छोड़ कर विदेश चली जायेगी, लेकिन इसके लिए प्रीति ने वीजा बनवाने एवं विदेश में आने वाले पढ़ाई के खर्च के नाम पर एक बड़ी रकम की मांग की। जिवनभर के लिए पिंड छुड़ाने और घर-परिवार-समाज से बचने के लिए प्रार्थी ने अपने एचडीएफसी खाता से प्रीति के एसबीआई बैंक खाता में इसी वर्ष 28 फरवरी को 11,00,000 रूपये, 11 मार्च को 20,00,000 रूपये, 30 मार्च को 12,00,000 रूपये व 2 अप्रैल को 3,00,000 रूपये दिए। इस तरह से चेतन ने कुल 46,00,000 रूपये प्रीति को लोकलाज के भय से दिया। इसके आलवा प्रार्थी ने अपने एक्सीस बैंक के खाता से प्रीति तिवारी के एसबीआई खाता में अलग-अलग तिथियों में अलग-अलग किश्तों में कुल 2,51,000 रूपये आरटीजीएस एवं आईएमपीएस के माध्यम से दिया। इस प्रकार बैंक के माध्यम से प्रार्थी ने 48,51,000 रूपये प्रीति तिवारी के एकाउंट में ट्रांसफर किया। 15 अगस्त एक बार फिर प्रीति ने प्रार्थी को धमकी देकर उसकी क्रेटा गाड़ी, सीजी 04 एमजी 6006, जिसकी कीमन 14,00,000 है, लेकर चली गयी। इसके बाद भी प्रीति की ओर से रुपए की मांग लगातार बनी रही है। चेतन रुपए देकर कंगाल हो चुका था, लिहाजा उसने आरोपी प्रीति तिवारी के विरूद्ध थाना पंडरी में अपराध क्रमांक 365/19 धारा 384 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button