भारत ने चीन और पाकिस्तान को दी मात, 37 पायदान की छलांग के साथ ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी इंडेक्स में हासिल की ये टॉप रैकिंग
नई दिल्ली, 30 जून। भारत ने ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी के मालमे में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारत ने साल 2020 में ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी इंडेक्स में 37 पायदान की लंबी छलांग मारी है। यूनाइटेड नेशन्स की रिपोर्ट के मुताबिक ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी इंडेक्स (GCI) में भारत को 10वीं रैंक हासिल हुई है। GCI एक कम्पोजिट इंडेक्ट है, जिसे यूनाइटेड नेशन की स्पेशल एजेंसी इंटरनेशनल टेलिकम्यूनिकेशन यूनियन (ITU) जारी करती है। इसमें साइबर सिक्योरिटी के मामले में 194 देशों की रैंकिंग की जाती है।
भारत से पीछे रहे चीनी और पाकिस्तान
ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी की रैंकिंग में भारत ने अपने पड़ोसी देशों को पीछे छोड़ दिया है। इस लिस्ट में चीन को 33वीं और पाकिस्तान को 79वीं रैंक हासिल हुई है। वही ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी रैकिंग में अमेरिका पहले पायदान पर है। वही यूके दूसरे, साऊदी अरब तीसरे सिंगापुर और स्पेन चौथे पायदान पर काबिज रहे हैं। जबकि रूस, यूएई और मलेशिया को संयुक्त रूप से पांचवा स्थान मिला है। वही कनाड़ा, जापान, फ्रांस का भारत से पहले नंबर आता है।
साइबर सिक्योरिटी में भारत का रोल अहम
हालिया साइबर सिक्योरिटी इंडेक्ट (GCI) की यह चौथी रिपोर्ट है। GCI की पहला एडिशन 6 साल पहले लॉन्च किया गया था। यूएन ने अपने एक ट्वीट में कहा कि भारत ने ग्लोबल सिक्योरिटी इंडेक्स 2020 में 37 पायदान की छलांग के साथ 10वीं रैंकिंग हासिल की है, जो भारत के साइबर सिक्योरिटी की दिशा में सफलता और दृष्णनिश्वय को दिखाता है। GCI की ऑफिशियल रिपोर्ट में कहा गया है कि साइबर सिक्योरिटी के ग्लोबल लेवल पर भारत ने काफी अच्छा काम किया है।
ये बनें रैकिंग के आधार
साइबर सिक्योरिटी की रैकिंग करते वक्त 5 बातों पर ध्यान दिया जाता है। इन सभी पांचों पैमानों को ध्यान में रखकर ही ओवरऑल ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी की रैंकिंग तय की जाती है।
- कानूनी उपाय (Legal Measures)
- तकनीकी उपाय (Technical Measures)
- संगठनात्मक उपाय (Organisational Measures)
- विकास क्षमता (Capacity Development)
- सहयोगात्मक उपाय (CooperationLegal Measures)