सक्ति, 08 सितंबर। PM Surya Ghar : प्रधानमंत्री सूर्य घर–मुफ्त बिजली योजना आम नागरिकों के लिए लाभकारी साबित हो रही है। इस योजना के माध्यम से राज्य के नागरिक न केवल सस्ती और सतत् ऊर्जा प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में भी आगे बढ़ रहे हैं। योजना का मुख्य उद्देश्य नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना है, जिसके तहत घर की छतों पर सोलर रूफटॉप संयंत्र लगाने को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
घर की छत पर लगा 3 किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल
सक्ति जिले के ग्राम दतौद निवासी प्रभुदयाल चंद्रा ने इस योजना का लाभ उठाते हुए अपने घर की छत पर 3 किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल स्थापित किया है। उन्हें इस पर केंद्र सरकार की ओर से ₹78,000 की अनुदान राशि सीधे बैंक खाते में प्राप्त हुई है।
प्रभुदयाल चंद्रा ने बताया कि योजना के तहत मिलने वाले अनुदान ने वित्तीय बोझ को कम किया है और उन्हें सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया है। उन्होंने कहा, इस योजना से बिजली की बचत के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा भी हो रही है। हर घर की छत पर सौर पैनल लगेंगे, तो बिजली बिल की चिंता खत्म हो जाएगी। यह योजना वाकई हर परिवार को आत्मनिर्भर बना रही है।
योजना के लाभ:
- सस्ती और स्वच्छ बिजली की उपलब्धता
- बिजली बिलों में कमी
- पर्यावरण संरक्षण में भागीदारी
- केंद्र सरकार से वित्तीय अनुदान
- घरेलू उपभोक्ताओं को तकनीकी मार्गदर्शन और विभागीय सहायता
बढ़ रही है लोगों की आय
सौर ऊर्जा संयंत्र लगने के बाद उपभोक्ता जरूरत से ज्यादा बिजली ग्रिड में वापस भेज सकते हैं, जिससे सब्सिडी या बिल में कटौती का फायदा मिलता है। इससे आय में अप्रत्यक्ष वृद्धि हो रही है।
प्रदेश में बड़ी संख्या में नागरिक इस योजना से जुड़ रहे हैं। हर जिले में ऊर्जा विभाग और संबंधित एजेंसियों द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिससे अधिक से अधिक लोग इसका लाभ ले सकें।
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना न (PM Surya Ghar) केवल सस्ती बिजली का समाधान दे रही है, बल्कि हर घर को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाकर हरित भविष्य की ओर अग्रसर कर रही है। शासन की इस पहल से पर्यावरण संरक्षण, आर्थिक सशक्तिकरण और ऊर्जा बचत, तीनों लक्ष्यों की प्राप्ति एक साथ हो रही है।


