Brutal Murder : हैवानियत की हदें पार…! भारतीय को पत्नी और बेटे के सामने सिर किया कलम…फिर कटा सिर को लात मारकर कूड़ेदान में फेंका
डलास/टेक्सास, 12 सितंबर। Brutal Murder : अमेरिका के टेक्सास राज्य से भारतीय समुदाय को झकझोर देने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 50 वर्षीय भारतीय मूल के चंद्रमौली नागमल्लैया की हत्या डलास शहर के एक मोटल में बेहद नृशंस तरीके से कर दी गई। यह वारदात न केवल क्रूर थी, बल्कि हैरान कर देने वाली बात यह रही कि हत्या पीड़ित की पत्नी और बेटे के सामने की गई।
वॉशिंग मशीन विवाद से शुरू हुई बहस ने ली हिंसक रूप
घटना 10 सितंबर को डलास के टेनिसन गोल्फ कोर्स के पास स्थित डाउनटाउन सूट्स मोटल में हुई, जहाँ नागमल्लैया अपनी पत्नी और बेटे के साथ रह रहे थे। प्रारंभिक जांच के अनुसार, एक खराब वॉशिंग मशीन को लेकर हुआ मामूली विवाद जानलेवा बन गया।
पीड़ित ने आरोपी कोबोस-मार्टिनेज और उसकी महिला सहकर्मी को खराब मशीन का उपयोग न करने को कहा। इस दौरान भाषा को लेकर हुई एक गलतफहमी में आरोपी भड़क गया क्योंकि नागमल्लैया ने महिला सहकर्मी से कहकर अपनी बात अनुवादित करवाई थी।
सीसीटीवी में कैद हुआ दर्दनाक हमला
सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा गया कि 37 वर्षीय कोबोस-मार्टिनेज ने एक बड़ा चाकू निकालकर नागमल्लैया पर हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल नागमल्लैया जान बचाने के लिए होटल के ऑफिस की तरफ भागे, जहाँ उनकी पत्नी और 18 वर्षीय बेटा मौजूद थे, लेकिन आरोपी ने वहीं उनका पीछा कर दोबारा हमला किया।
क्रूरता की सारी हदें पार
वीडियो फुटेज में यह भी सामने आया है कि हमले के बाद आरोपी ने कटे हुए सिर को लात मारी और फिर उसे उठाकर कूड़ेदान में फेंक दिया। यह दृश्य न केवल भयावह है बल्कि मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाला भी है।
आरोपी गिरफ्तार, मौत की सजा संभव
डलास पुलिस ने हत्या के आरोपी को घटनास्थल से कुछ समय बाद गिरफ्तार कर लिया। पुलिस रिकॉर्ड्स के अनुसार, मार्टिनेज का पहले भी ह्यूस्टन में आपराधिक इतिहास रहा है जिसमें वाहन चोरी और हमले के मामले शामिल हैं। अगर कोर्ट में दोषी साबित हुआ, तो उसे बिना पैरोल के आजीवन कारावास या मृत्युदंड तक की सजा हो सकती है।
कम्युनिटी में शोक की लहर
मूल रूप से कर्नाटक के रहने वाले चंद्रमौली नागमल्लैया को उनके दोस्त और परिवार वाले “बॉब” के नाम से जानते थे। उनकी मौत के बाद भारतीय समुदाय में शोक की लहर है। दोस्त और समुदायजन मदद के लिए आगे आए हैं और इस त्रासदी को ‘अकल्पनीय और असहनीय’ बताया है।
यह घटना न केवल अमेरिका में भारतीयों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि अप्रवासी समुदायों को लेकर बढ़ती संवेदनहीनता और हिंसा की गंभीर तस्वीर भी पेश करती है।




