दिल्ली, 12 नवंबर। Delhi Blast : राजधानी में हाल ही में हुए विस्फोट में 10 लोगों की मौत हुई, जिनमें से 8 की शिनाख्त कर ली गई है। लेकिन दो शव ऐसे हैं जिनकी पहचान करना बेहद मुश्किल है। इन दो शवों में से एक का सिर नहीं है, जबकि अन्य दो केवल अंग हैं एक पेट का हिस्सा और दूसरी कटी उंगलियां। इस कारण इन शवों की पहचान के लिए अब DNA टेस्ट ही एकमात्र विकल्प बचा है।
जांच एजेंसियों ने धमाके के मुख्य संदिग्ध डॉ. उमर मोहम्मद की मां का DNA सैंपल लिया है, ताकि विस्फोट स्थल से मिले शवों के टुकड़ों से मिलान किया जा सके। इससे यह भी पता लगाने में मदद मिलेगी कि क्या डॉ. उमर धमाके में मारे गए या किसी तरह बच गए।
शिनाख्त किए गए आठ मृतकों
- मोहसिन, मेरठ निवासी
- अशोक कुमार, बस कंडक्टर, अमरोहा
- लोकेश, अमरोहा
- दिनेश मिश्रा, श्रावस्ती
- पंकज, ओला-उबर ड्राइवर
- अमर कटारिया, श्रीनिवासपुरी
- नौमान अंसारी, रिक्शा चालक
- मोहम्मद जुम्मान, रिक्शा चालक
जांच के अनुसार, विस्फोट इतना तेज था कि कार कई फीट ऊपर उछल गई और पुलिस चौकी की दीवार व छत भी क्षतिग्रस्त हो गई। इस दौरान कार में बैठे व्यक्तियों के शवों के अंग भी उड़कर अलग-अलग स्थानों पर पहुंचे, जिससे पहचान और जांच प्रक्रिया कठिन हो गई।
पुलिस का मानना है कि डॉ. उमर मोहम्मद, जो फरीदाबाद में विस्फोटकों की बरामदगी के बाद फरार थे, धमाके के समय कार चला रहे थे। अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि वह जिंदा हैं या धमाके में ही उनकी मौत हुई।
मां का DNA सैंपल लिया
गौरतलब है कि जांच एजेंसियों ने इस ब्लास्ट के अहम किरदार डॉ उमर मोहम्मद की मां का डीएनए सैंपल लिया है ताकि इसका मिलान घटनास्थल पर मिले शव के टुकड़ों से किया जा सके। इससे ये भी सवाल उठता है कि क्या दिल्ली धमाके में आतंकी डॉ उमर मोहम्मद मारा गया है।
इस केस की एफआईआर के अनुसार विस्फोट इतना ज़बरदस्त था कि कार जमीन से कई फ़ीट ऊपर उछल गई और पुलिस चौकी की दीवार और छत क्षतिग्रस्त हो गई। जांच एजेंसियों को कार में कुछ शवों के अंग भी मिले हैं।
इससे पुलिस के लिए पता कर पाना मुश्किल हो रहा है कि कार में बैठे शख्स की मौत हुई है, अथवा ब्लास्ट के बाद शव के टुकड़े उछलकर कार में पहुंचे हैं।

