बलौदाबाज़ार, 15 नवंबर। Big Action on Hospital : छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सा सेवाओं में लापरवाही और गंभीर अनियमितताएं पाए जाने पर बलौदाबाज़ार जिले के दो निजी अस्पतालों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उनके आयुष्मान भारत पंजीयन को तीन माह के लिए निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई अस्पतालों में आवश्यक सुविधाओं की कमी, मरीजों की देखरेख में खामियों और उपचार व्यवस्था में गंभीर गड़बड़ियाँ सामने आने के बाद की गई है।
राज्य नोडल एजेंसी द्वारा जिन अस्पतालों का पंजीकरण निलंबित किया गया है, उनमें सिमगा स्थित आरोग्यम अस्पताल और बलौदाबाजार स्थित ओमकार अस्पताल शामिल हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) के निर्देश पर दोनों अस्पतालों की जांच कराई गई थी। जांच में स्टाफ की योग्यता का सत्यापन न होना, आवश्यक मेडिकल उपकरणों का अभाव, केस शीट और उपचार रजिस्टर में अनियमितताएं, आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली का कमजोर होना और दवाइयों व प्रक्रियाओं की गलत प्रविष्टियां जैसे गंभीर तथ्य सामने आए। इसके अतिरिक्त अस्पतालों में आवश्यक सुविधाओं की कमी तथा मरीजों की देखरेख में लापरवाही भी पाई गई।
इन अनियमितताओं को देखते हुए दोनों अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, लेकिन नोटिस के जवाब संतोषजनक न पाए जाने पर राज्य कार्यालय को कार्रवाई की अनुशंसा भेजी गई। अनुशंसा के आधार पर राज्य नोडल एजेंसी ने आरोग्यम हॉस्पिटल और ओमकार हॉस्पिटल का आयुष्मान पंजीयन तीन माह के लिए सस्पेंड कर दिया है।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह कार्रवाई स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मरीजों को सुरक्षित, मानक आधारित व विश्वसनीय उपचार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गई है।

