रायपुर, 24 नवंबर। Vocal for Local : देश के सबसे बड़े व्यापारी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की नई रिपोर्ट के अनुसार, 1 नवंबर से 14 दिसंबर 2025 के बीच देशभर में लगभग 46 लाख शादियां होने का अनुमान है। इन विवाहों से लगभग ₹6.50 लाख करोड़ का व्यापार होने की उम्मीद है।
प्रदेश में अनुमानित व्यापार
छत्तीसगढ़ में लगभग 1 लाख शादियां आयोजित होने की संभावना है, जिससे लगभग ₹3,500 करोड़ का व्यापार होगा। शादी उद्योग से होटल, रिसॉर्ट, कैटरिंग, ज्वैलरी, फैशन, ट्रांसपोर्ट और डिजिटल सेवाओं समेत कई सेक्टरों को जबरदस्त लाभ मिलने का अनुमान है।
शादी बजट और खर्च पैटर्न
- 3% शादियां ₹1 करोड़ से ₹10 करोड़ के बजट में होंगी
- 9% शादियां ₹50 लाख से ₹1 करोड़ के बीच
- 25% शादियां ₹25 लाख से ₹50 लाख
- 22% शादियां ₹15 लाख से ₹25 लाख
- 41% शादियां ₹15 लाख से कम बजट में संपन्न होंगी
वेडिंग सेक्टर में वृद्धि
- डेस्टिनेशन वेडिंग बुकिंग्स में 18-22% वृद्धि
- ज्वैलरी खरीद में 1-15% की बढ़ोतरी
- वेडिंग फैशन (डिज़ाइनर वियर, मेकअप) में 20% से अधिक वृद्धि
- ट्रांसपोर्ट, लाइटिंग, लॉजिस्टिक्स में 30-35% बढ़ोतरी
- प्रीमियम कैटरिंग और रीजनल क्यूज़ीन में 25% बढ़ोतरी
स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा
शादी से जुड़े 70% से अधिक सामान भारतीय निर्मित हैं। ‘वोकल फॉर लोकल वेडिंग्स’ अभियान के कारण इम्पोर्टेड डेकोरेशन और गिफ्ट एक्सेसरीज़ की मांग में कमी आई है, जिससे स्थानीय कारीगरों, ज्वैलर्स और वस्त्र उद्योग को बड़ा लाभ मिल रहा है।
रोजगार और राजस्व
शादी सीजन से 1 करोड़ से अधिक अस्थायी और अंशकालिक रोजगार सृजित होंगे। सरकार को 45 दिवसीय सीजन में लगभग ₹75,000 करोड़ का टैक्स राजस्व मिलने का अनुमान।
कैट की राय
कैट के राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन अमर पारवानी ने बताया कि भारतीय वेडिंग इकॉनमी न केवल परंपरा और संस्कृति का प्रतीक है, बल्कि यह व्यापार, रोजगार और आत्मनिर्भरता को गति देने वाला एक मजबूत आर्थिक इंजन है।
छत्तीसगढ़ सहित देशभर में इस वर्ष के शादी सीजन से होटल, कैटरिंग और वेडिंग सेवाओं को रिकॉर्ड लाभ होने की संभावना है।

