Devuthani Ekadashi : श्रीकाकुलम में दर्दनाक हादसा…! देवउठनी एकादशी पर उमड़ी भीड़…विजया वेंकटेश्वर मंदिर में भगदड़…10 श्रद्धालुओं की मौत…मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका…यहां देखें Video
श्रीकाकुलम/आंध्र प्रदेश, 01 नवंबर। Devuthani Ekadashi : आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा स्थित विजया वेंकटेश्वर मंदिर में शनिवार को देवउठनी एकादशी के अवसर पर भारी भीड़ के बीच भीषण भगदड़ मच गई। इस हादसे में अब तक 10 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रेलिंग टूटने से मची भगदड़
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बड़ी संख्या में श्रद्धालु वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे थे। तभी कतार नियंत्रित करने के लिए लगाई गई रेलिंग अचानक टूट गई, जिससे कई लोग गिर पड़े और भगदड़ की स्थिति बन गई। मौके पर चीख-पुकार मच गई और अफरातफरी के बीच कई श्रद्धालु दब गए।
अधिकारियों के मुताबिक, मंदिर परिसर लगभग 12 एकड़ में फैला है और इसे करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया था। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह मंदिर उन भक्तों के लिए विशेष आस्था का केंद्र है जो तिरुमाला श्रीवारी मंदिर नहीं जा पाते।
अधिकांश महिलाएं थीं पीड़ित
सूत्रों के मुताबिक, हादसे में मारे गए और घायल हुए श्रद्धालुओं में अधिकांश महिलाएं शामिल हैं। घटना के बाद मंदिर परिसर में राहत और बचाव कार्य जारी है। प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने जताया शोक
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर में हुई भगदड़ की घटना ने मुझे झकझोर कर रख दिया है। यह बेहद दुखद है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण हादसे में भक्तों की जान गई। मैं मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं।
सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि घायलों को तत्काल उपचार मिले और हादसे की विस्तृत जांच कराई जाए।
भीड़ नियंत्रण में हुई चूक पर सवाल
स्थानीय लोगों ने बताया कि हर वर्ष देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) पर यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन इस बार पर्याप्त सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के इंतजाम नहीं किए गए थे। प्रशासन ने हादसे के बाद स्थिति पर नियंत्रण पा लिया है, लेकिन मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका अभी भी बनी हुई है।



