नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा- प्रदेश सरकार की तैयारी अपूर्ण…अस्पतालों में आ रही है बिस्तरों की समस्या
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रायपुर, 1 सितंबर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश में कोरोना को लेकर प्रदेश सरकार की तैयारी अपूर्ण है जिसके चलते कोरोना
संक्रमितों को अस्पताल में पर्याप्त बिस्तर उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।प्रदेश के सभी अस्पतालों की हालात एक जैसे हैं। राजधानी रायपुर में कोरोना चिंताजनक रूप ले चुका है। एम्स और अंबेडकर हॉस्पिटल में आईसीयू में बिस्तर उपलब्ध नहीं है। प्रदेश की सरकार कोरोना को लेकर गंभीर नही है। कार्य की शैली को देखते हुए कहा जा सकता है सरकार में महामारी से लड़ने इच्छा शक्ति और बेहतर प्रबंधन की कमी है।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता कोरोना को लेकर नही है।प्रदेश सरकार के पास पर्याप्त समय था, लेकिन समय रहते भी प्रदेश की सरकार ने कोई जरूरी कदम नही उठाए।जिसके चलते परिस्थितियां अनियंत्रित होती जा रही हैं। प्रदेश में करीब 25 कोविड हास्पिटल हैं।जिसमें करीब 3546 बेड हैं और 442 आईसीयू के बेड हैं, जो पूरी तरह से अपर्याप्त है। प्रदेश सरकार के पास कोरोना से लड़ने निजी और शासकीय अस्पताल में केवल 11544 के करीब बिस्तर ही उपलब्ध है। उससे कहीं ज्यादा संक्रमित मरीज इस समय अपना इलाज करवा रहे हैं। राज्य में 31000 से ज्यादा संक्रमित हैं।उसके बाद भी बिस्तर पर्याप्त नही है।
प्रदेश सरकार को समय रहते चिंता करने की आवश्यकता थी।उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर संसाधनों की कमी है। वहीं रायपुर और दुर्ग कोरोना के केंद्र बने हुए हैं। पूरे प्रदेश में 270 लोगों की मौत हो चुकी है। रायपुर में 157 और दुर्ग में 34 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश सरकार उत्सव में ही व्यस्त है। विधायक, सुरक्षाकर्मी और कई अधिकारी कोरोना पाज़िटिव हो रहे हैं और आम आदमी तो बेहाल है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोरोना का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। वहीं देश के अन्य राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ में अधिक है जो वह चिंता का विषय है। जिस पर आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए और राज्य में कोविड अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए ताकि संक्रमितों को बेहतर इलाज मिल सके। कोरोना को लेकर जो वातावरण बन रहा है उसे दूर करने की कोशिश करनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि कोरोना नियंत्रण को लेकर प्रदेश सरकार में इच्छा शक्ति की कमी है।जिससे कोरोना का लगातार विस्तार हो रहा है।