छत्तीसगढ

राज्योत्सव में दिखेगा विभागों की योजनाएं-उपलधियां, 40 फूड स्टॉल के साथ व्यावसायिक पेवेलियन भी शामिल

रायपुर। संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने नवीन विश्राम भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में राज्योत्सव की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। प्रेस कांफ्रेंस में संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा दिए जाने वाले राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय सम्मान एवं पुरस्कार के लिए चयनित लोगों और संस्थाओं के नामों की भी घोषणा की।

छत्तीसगढ के 20वें राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर के साइंस काॅलेज मैदान में एक नवम्बर से आयोजित तीन दिवसीय राज्योत्सव की तैयारियां लगभग पूरी हो गई है। इस साल राज्योत्सव में छत्तीसगढ़ी लोक कला का आयोजन किया जाएगा।

साइंस काॅलेज मैदान में एक नवम्बर को शाम सात बजे से राज्योत्सव शुभारंभ एवं अलंकरण समारोह का आयोजन शुरू होगा तथा दो और तीन नवम्बर को शाम 6.30 बजे से अलंकरण समारोह एवं सांस्कृतिक संध्या का आयोजन शुरू होगा। राज्योत्सव में 18 शासकीय विभागों की योजनाओं और गतिविधियों से संबंधित स्टाॅल लगाए जा रहे हैं, जो राज्य की विकास योजनाएं, उपलब्धियां, पर्यटन-पुरातत्व, उद्योग, वन, कृषि, स्वास्थ्य आदि से संबंधित हैं। इसके अलावा 40 फूड स्टाॅल लगाए गए हैं। व्यावसायिक पेवेलियन में विभिन्न उद्योगों से संबंधित 52 स्टाॅल एवं ग्रामोद्योग के 36 स्टाल लगाए गए हैं। लोगों की जानकारी और प्रदर्शन के लिए पब्लिक सेक्टर यूनिट एन.टी.पी.सी, जेएसपीएल, बाल्को, एनएमडीसी, बीएसपी, सीएसआईडीसी, बार्क के भी स्टाॅल लगाया जा रहा है। इसके साथ ही राज्योत्सव स्थल में स्वास्थ्य केन्द्र, अग्निशमन केन्द्र, पुलिस सहायता केन्द्र और मीडिया सेंटर बनाए गए हैं। राज्योत्सव के दौरान होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए विशाल स्टेज भी बनाया गया है। यहां छत्तीसगढ़ के कलाकारों द्वारा विभिन्न विधाओं की प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
राज्योत्सव में कृषि विभाग का पृथक स्टाॅल लगाया जा रहा है, जिसमें राज्य की महत्वाकांक्षी योजना ‘नरवा गरवा घुरवा बारी‘ का प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें मछली पालन, पशुपालन एवं उद्यानिकी विभाग के समन्वय से छत्तीसगढ़ में पाए जाने वाले पशु, पौधे सहित तालाबों एवं नदियों में पाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की मछलियों का एक्वेरियम के माध्यम से प्राकृतिक और जीवंत प्रदर्शन किया जाएगा। छत्तीसगढ़ अपने प्राकृतिक कोसा के लिए भी प्रसिद्ध है। रेशम विभाग द्वारा डाबा कोसा और बस्तर के रैली कोसा ककून से कोसा धागा निर्माण प्रक्रिया को भी दिखाया जाएगा। राज्य शासन द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किये गए नवाचारों को शिक्षा विभाग द्वारा माॅडल और जीवंत प्रदर्शन के माध्यम से बताया जाएगा।

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