छत्तीसगढ

विधानसभा सत्र: राज्यपाल अनुसुइया उइके ने राज्यगीत के बाद शुरू किया अभिभाषण

रायपुर। छत्तीसगढ़ बजट सत्र का आगाज हो चुका है। बजट सत्र की शुरूआत राज्यगीत अरपा पैरी की धार के गायन से हुई। जिसके बाद राज्यपाल का अभिभाषण हुआ, राज्यपाल अनुसुइया उइके ने इस दौरान सरकार के काम काज को विस्तृत रूप से अपने अभिभाषण में जगह दी।

राज्यपाल अनुसुईया उईके ने अभिभाषण में कहा कि प्रदेश में 15 हजार से अधिक शिक्षक शिक्षिकाओं की नियुक्ति की जा रही है, गौरेला पेंड्रा जिला बनाया गया है, 65 लाख परिवारों को PDS के तहत 35 किलो खाद्यान उपलब्ध कराया गया है। भाषण के दौरान ही कांग्रेस के सदस्य अमितेश शुक्ला ने कहा कि विपक्ष शांति से राज्यपाल का भाषण सुन रहा है इसलिए उनका आभार, इतना सुनते ही विपक्षी सदस्य मुस्कुराने लगे।

राज्यपाल ने अभिभाषण में कहा कि मेरी सरकार ने अबूझमाड़ के विकास के लिए विशेष ध्यान दिया है, लोहांडीगुड़ा आदिवासियों को न्याय दिलाने का प्रतीक बना है। आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम किया है, आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षकों की नियुक्तियां हो रही है, आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया है।

उन्होने कहा कि सरकार ने एससीएसटी आरक्षण को बढ़ाने का कार्य किया है, सरकार आदर्श पुनर्वास कानून का पालन करने पर गंभीर है। सरकार ने नरवा गरवा घुरवा योजना चलाई है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।

राज्यपाल ने अभिभाषण में कहा कि बस्तर में इंद्रावती विकास प्राधिकरण का गठन हुआ है, डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना का शुभारंभ हुआ है। मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना की सुविधा राज्य सरकार दे रही है। बस्तर को मलेरिया मुक्त करने मलेरिया मुक्त अभियान चलाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ को सुपोषित बनाने सुपोषण अभियान की शुरुआत हुई है। वहीं स्वच्छ जल प्रदाय हेतु मिनीमाता अमृत जलधारा नल जल योजना की शुरुआत हुई है। अंजोर रथ, जनमित्र, सीनियर सिटीजन सेल, महिला हेल्पडेस्क जैसी अनेक योजनाएं चलाई गई है। नशाबन्दी हेतु राजनीतिक और सामाजिक समिति गठित की गई है।

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