अगर विकास तिवारी को मेयर का टिकट मिलता है, तो क्या बीजेपी यहां भी उनका बहिष्कार करेगी?
रायपुर। महापौर पद पर सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित होते ही कांग्रेस सहित विपक्षी मेें कई दावेदारों का नाम सामने आ रहे है। राजनीतिक गलियारों से जो खबर छनकर आ रही है, उसमें कांग्रेस के तेजतर्रार प्रवक्ता विकास तिवारी प्रबल दावेदार हो सकते है।
दरअसल, विकास तिवारी का नाम इसलिए चर्चा का विषय है, क्योंकि कुछ दिनों पूर्व एक टीवी के डिवेट शो में बीजेपी प्रवक्ता ने स्पेशली विकास तिवारी के साथ किसी भी तरह के प्रतिस्पर्धा में भाग लेने से मना करते हुए उस शो का ही बहिष्कार कर दिया था। इस लिहाज से देखा जाए तो, अगर मेयर के लिए विकास को टिकट मिल जाये तो क्या यहां भी बीजेपी उनका बहिष्कार करते हुए चुनाव से अपना नाम वापस ले लेंगे? अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस की तो बल्ले-बल्ले है।
खैर येे तो जस्ट अनुमान ही है, लेकिन इस अनुमान को इग्नोर भी नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस के आलाकमान अगर इस नजरिए से देखें या सोचें तो बहुत हद तक विकास को महापौर के लिए टिकट दिया जा सकता है। हालांकि उनके अलावा कांंग्रेस में कई चेहरे हैं, जो महापौर की दौड़ में शामिल है। दो बार विधायक रहे विकास उपाध्याय, विधायक कुलदीप जुनेजा के अलावा वर्तमान महापौर प्रमोद दुबे का नााम भी शामिल है। वहीं भाजपा सरकार में दो बार मंत्री रहे राजेश मूणत के भी चर्चा है, लेकिन सीडी कांड के बाद मंतूराम का बयान से भाजपा इस ओर सोच सकती है, कि उन्हें टिकट दिया जाए या नहीं, क्योंकि जिस तरह से bjp के दिग्गज घेरते नजर आ रहे हैं, उससे दिल्ली में बैठे आलाकमान को भी एक-एक कदम फूंक-फूंक कर आगे बढऩा होगा। खैर, मूणत को अगर छोड़ भी दिया जाए तो कई औऱ भी चेहरेे है, जिसमें बीजेपी दांव लगा सकती है। इसमें प्रमुख रूप से पूर्व आरडीए अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, मृत्युंजय दुबे, अशोक पांडेय के साथ प्रबल महिला दावेदार मनील चौबे का नाम भी छाया है।
ये था मुद्दा
बहुत दिनों बाद जब कांग्रेस के प्रवक्ताओं को टीवी पर डिवेट करने का प्रतिबंध हटा लिया तो पहली बार प्रवक्ता विकास तिवारी उसमे भाग लिया था। उस दौरान उनके तार्किक चर्चा में बीजेपी के प्रवक्ता अपना तथ्य रखने में असमर्थ व लाचार दिखे तो उन्होंने बहिष्कार करते हुए न्यूज रूम से निकल गए।