
गोरखपुर, 13 सितम्बर। Monkeypox in Gorakhpur : यूपी के गोरखपुर जिले में मंकीपॉक्स का संदिग्ध मिलने से हड़कंप मच गया है। उधर, रहस्यमय बुखार के मरीजों में लगातार बढ़ोत्तरी के चलते गोरखनाथ, सिविल लाइंस, तारामंडल और खोराबार क्षेत्र के कई स्कूलों में पांचवी तक की कक्षाओं को एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। इन स्कूलों के कुछ छात्र बुखार की चपेट में आ गए थे। उधर, पूर्वांचल में टोमेटो फ्लू का भी शोर मचा हुआ है। मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
मरीज को एहतियातन आइसोलेशन वार्ड में रखा गया
मरीज को एहतियातन आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। उसके लार और खून का नमूना केजीएमयू, लखनऊ को भेज दिया गया है। बताया जाता है कि 36 वर्षीय युवक झंगहा का रहने वाला है। युवक हाल ही में अफ्रीकी देश से लौटा है। वहां से आने के बाद वह बीमार पड़ गया। उसके शरीर पर फफोले पड़ने लगे। उसे तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ और शरीर पर चकत्ते भी पड़ गए। यह देखकर परिजन उसे मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। यहां पर बीते शुक्रवार को उसे भर्ती किया गया है।
संदिग्ध युवक का इलाज मेडिसिन और चर्म रोग विभाग की संयुक्त टीम कर रही है। मेडिकल कॉलेज के चर्म रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजकुमार ने बताया कि प्रारंभिक लक्षण मंकीपॉक्स जैसे लगे। इस वजह से एहतियातन मरीज को अलग रखा गया है। प्रोटोकॉल के तहत उसका इलाज किया जा रहा है। उसकी सांस भी फूल रही है।
मंकीपॉक्स की जांच सिर्फ केजीएमयू में ही होगी
लखनऊ भेजा गया नमूना मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी (Monkeypox in Gorakhpur) के विभागाध्यक्ष डॉ. अमरेश सिंह ने बताया कि संदिग्ध मरीज आने की चर्म रोग और मेडिसिन विभाग से सूचना मिली थी। इसके बाद तकनीशियन की टीम वार्ड में गई। मरीज के खून और लार का नमूना लिया गया है। इस मामले में शासन से स्पष्ट निर्देश है कि मंकीपॉक्स की जांच सिर्फ केजीएमयू में ही होगी। पूर्वी यूपी के लिए केजीएमयू नोडल सेंटर भी है। ऐसे में नमूने को जांच के लिए केजीएमयू भेज दिया गया है।
डॉक्टर करा रहे कोविड जांच महानगर में फैले रहस्यमय बुखार की पहचान डॉक्टरों के लिए सिरदर्द बन गई है। मर्ज की पहचान के लिए डॉक्टरों ने मरीजों की कोविड जांच कराने की भी शुरूआत कर दी है। जबकि इन मरीजों में कोविड जैसे लक्षण नहीं है। इसके कारण अस्पतालों में कोविड जांच का ग्राफ सोमवार को उछल गया। सोमवार को एहतियातन हुई कोविड जांच का कोई खास परिणाम नहीं निकला। रहस्यमय बुखार से जूझ रहे मासूम कोविड की एंटीजन जांच में निगेटिव मिले।
जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज तक रहस्यमय बुखार
महानगर में रहस्यमय बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सोमवार को जिला अस्पताल से लेकर मेडिकल कालेज की ओपीडी में बड़ी संख्या में बुखार के मरीज इलाज कराने पहुंचे। म्सोमवार को जिला अस्पताल के बालरोग और मेडिसिन की ओपीडी में मरीजों की लंबी कतार लगी रही। इस बुखार से पीड़ित कुछ रोगियों के मुंह में छाले और शरीर पर लाल चकत्ते हो जा रहे हैं।
प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार का कहना है कि, मेडिकल कॉलेज (Monkeypox in Gorakhpur) में मरीज का इलाज चल रहा है। अभी बीमारी की तस्दीक नहीं हुई है। फिर भी डॉक्टरों की टीम एहतियात बरत रही है। उसके नमूने को जांच के लिए लखनऊ भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।