उरला लूट कांड : 30 पुलिसकर्मियों ने 4 दिन में ढूंढ निकाला 9 लूटेरों को; 25 लाख बरामद, IG देंगे नकद पुरस्कार
रायपुर, 20 जनवरी। राजधानी रायपुर में 16 जनवरी को थाना उरला अंतर्गत सरोरा स्थित मां कुदरगढ़ी स्टील कंपनी के कैशियर से 31 लाख रुपए की लूट की गई थी। घटना के बाद पुलिस लूट की वारदात की हर एंगल से जांच कर रही थी। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में 9 आरोपियों को आसपास के गांव से गिरफ्तार किया है। कंपनी से कुछ दूरी पर ही आरोपियों ने लूट की इस घटना को अंजाम दिया था। आरोपियों ने लूट की घटना को अंजाम देने के बाद कंपनी के कैशियर को लोहे की पाइप से हमला कर घायल करने के साथ ही उनकी आंखों में मिर्ची पाउडर भी डाला था।
लूट की वारदात के बाद पूरे मामले की मॉनिटरिंग रायपुर एसएसपी अजय यादव ने की थी। पुलिस ने इसके लिए 30 सदस्यीय एक टीम का गठन किया था. अलग-अलग जगह पर टीम आरोपियों की पतासाजी कर रही थी। जिसके बाद पुलिस को सुराग मिलने के बाद लूट की घटना में शामिल 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने योजना बनाकर लूट की इस घटना को अंजाम दिया था।
लूट की इस मामले के मास्टरमाइंड हिनछाराम साहू और हेमंत साहू हैं। हिनछाराम साहू मां कुदरगढ़ स्टील कंपनी में एचआर डिपार्टमेंट में कार्यरत है। पुलिस ने बताया कि इसमें से 6 आरोपी दिसंबर महीने में भी लूट की एक घटना को अंजाम देने के फिराक में थे। पुलिस ने लूट का लगभग 25 लाख रुपए बरामद करने के साथ ही आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त दो बाइक और 7 मोबाइल फोन जब्त किया है। इसके अलावा घटना में इस्तेमाल लोहे की पाइप को भी जब्त किया गया है। घटना में शामिल सभी 9 आरोपी धरसीवा और रायपुर के रहने वाले हैं. जिसमें से 1 बेरला (बेमेतरा) का है।
लुटेरों की गिरफ्तारी में लगी टीम को आईजी ने 30 हजार और एसएसपी ने 20 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई थी। इनमें पूछताछ टीम में इंस्पेक्टर रमाकांत साहू, सब इंस्पेक्टर अमित कश्यप, प्रधान आरक्षक सरफराज चिश्ती, जमील खान, मार्तंड सिंह और रसखान, कृपासिंधु पटेल, अभिषेक सिंह, हिमांशु राठौर, दिलीप जांगड़े शामिल थे। सीसीटीवी फुटेज की निगरानी के लिए इंस्पेक्टर सोनल ग्वाला, प्रधान आरक्षक संदीप दीक्षित और रवि तिवारी, प्रमोद बेहरा, राकेश पांडे, मोहम्मद सुल्तान इंस्पेक्टर अमित तिवारी इंस्पेक्टर गिरीश तिवारी और विजय पटेल, धनंजय गोस्वामी, जसवंत सोनी, नोहर देशमुख, आशीष राजपूत शामिल थे। टेक्निकल टीम में प्रधान आरक्षक महेंद्र राजपूत, बोध सिंह नेताम, चिंतामणि साहू, सुरेश देशमुख, घनश्याम साहू, बबीता देवांगन शामिल थी।