कोरोना महामारी बचाव यज्ञ आहुति में 4750 वॉलिंटियर्स आगे आए, स्वास्थ्य मंत्री ने सेवाभावना को सराहा
रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए शासन प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों में राज्य के 4750 वॉलिटिंयर्स ने स्व-स्फूर्त रूप से अपना सहयोग दिए जाने की सहमति दी है। इन वॉलिटिंयर्स में चिकित्सक, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल स्टॉफ, फार्मसिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट, आयुष के जानकार, समाजसेवी संस्थाओं के लोग एवं वाहन चालक शामिल हैं।
कोरोना वायरस जनित बीमारी आज वैश्विक महामारी का रूप ले चुकी है। इसके चलते पूरे विश्व के कई देशों सहित भारत में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है। राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ में इस महामारी की रोकथाम के लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इन्ही प्रयासों में इस महामारी से प्रभावित लोगों का ईलाज एवं उन्हें राहत पहुंचाने के उद्देश्य से बड़ी संख्या में वॉलिटियर्स की जरूरत के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से स्व-स्फूर्त रूप से आगे आने और अपनी सहमति देने की अपील की थी। इस महामारी के फैलाव को रोकने में स्वैच्छिक रूप से 4750 लोगों ने अपनी सहमति स्वास्थ्य विभाग को दे दी हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने सभी वॉलिटियर्स की सेवाभावना की सराहना करते हुए कहा है कि आप सब ने संकट की इस घड़ी में स्व-स्फूर्त रूप से सहयोग देने की सहमति देकर हम सबका मनोबल बढ़ाया है।
ज्ञातव्य है कि स्वास्थ्य विभाग ने बीते दिनों चिकित्सकीय विशेषज्ञ, चिकित्सक, आयुष, पैरामेडिकल स्टॉफ, चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े परामर्शदाता, स्वयं सेवी संगठन अथवा गैर चिकित्सकीय क्षेत्र से जुड़े कार्यकर्ताओं से स्वैच्छिक रूप से सहायता की अपील की थी और वॉलिटिंयर्स से सहमति प्राप्त करने के लिए जारी मोबाइल नम्बर 96910-90000 एवं 79873-67089 सार्वजनिक रूप से जारी किया था। विभाग की इस अपील को देखते हुए छत्तीसगढ़ राज्य में विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं ट्रस्ट से जुड़े 801 लोगों ने, 200 आयुष चिकित्सकों ने, 224 मेडिकल चिकित्सकों ने, 360 नर्स ने, 234 पैरामेडिकल ने, फर्मास्यिूटिकल क्षेत्र से जुड़े 206 लोगों ने, 17 फिजियोथेरेपिस्ट ने, 1167 व्यवासायियों एवं स्व-रोजगारियों ने तथा तकनीकी एवं नॉन तकनीकी क्षेत्र से जुड़े 500 वॉलिटियर्स ने इस महामारी की रोकथाम के लिए स्वैच्छिक रूप से सहयोग की सहमति दी है।