नए लघु उद्योगों की स्थापना में ₹3.75 से 8.75 लाख तक कि सब्सिडी मिल सकती है : रवि ग्वालानी

रायपुर, 6 अक्टूबर। शहर के युवा चार्टर्ड एकाउंटेंट् रवि ग्वालानी ने MSME के राष्ट्रीय डिजिटल सेमिनार को सम्बोधित किया। कार्यक्रम इंस्टीटूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स की गुरुग्राम (गुड़गाँव) शाखा ने आयोजित किया था, जिसमें केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। विशिष्ट अतिथि दक्षिण एशियाइ एकाउंटेट्स संघ की एस.एम.पी. समिति के अध्यक्ष एवं इंस्टिट्यूट के सेंट्रल काउंसिल सदस्य सीए सतीश कुमार गुप्ता रहे।
कार्यक्रम में श्री ग्वालानी ने MSME के अन्तर्गत प्रधानमंत्री एम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम (PMEGP) पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि यह योजना सन 2008 से चल रही है जिसमें अगर कोई व्यक्ति एक छोटा उद्योग स्थापित करता है जिसकी लागत 25 लाख तक होती है तो उस व्यक्ति को केंद्र सरकार 15 प्रतिशत से 35 प्रतिशत तक की छूट देती है जिसे अगर रकम की परिपेक्ष्य में समझा जाए तो 3.75 लाख से लेकर 8.75 लाख तक छूट उद्यमी ले सकता है।
योजना के अंतर्गत उद्यमी किसी भी प्रकार का नया उद्योग वो चाहे खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित हो, पॉलीमर या केमिकल से संबंधित हो, वन या औषधि से संबंधित हो, खानीं से संबंधित हो,टेक्सटाइल से संबंधित, रूरल इंजीनियरिंग या बायोटेक्नोलॉजी, आदि किसी भी प्रकार के प्रॉसेसिंग यूनिट्स लगा सकता हैं।
इस योजना में बैंक से ऋण लेना अनिवार्य होता है और 10 लाख तक के ऋण बैंक बगैर किसी सिक्योरिटी के दे सकती है। बैंक में उद्यमी द्वारा लागत भी इस योजना में तय कर दी गयी है जो कि अधिकतम 10 प्रतिशत है एवं बाकी की रकम बैंक ऋण के माध्यम से लेना पड़ेगा।
श्री ग्वालानी ने बताया कि अभी कोविड के चलते EDP ट्रेनिंग जो कि अनिवार्य रूप से करनी होती है इस योजना का लाभ लेने के लिए उसमें भी छूट दी गयी है अर्थात यह ट्रेनिंग करनी अभी जरूरी नही है। उन्होंने आगे बताया कि इस योजना में आवेदन पूरी तरह ऑनलाइन हो चुके हैं, हमें हर दस्तावेज स्कैन करवा कर जमा करने होते है।
श्री ग्वालानी ने आगे बताया कि इस योजना का मूल उद्देश्य रोज़गार देना होता है, लेकिन बैंक बहुत सारे आवेदन को स्वीकार तो कर लेती है लेकिन सिक्योरिटी व अन्य कारणों की वजह से सैंक्शन नही कर पाती, इसलिए इस योजना का बहुत बड़ा असर ठीक तरह से दिखाई नहीं देता है।
कार्यक्रम में शाखा अध्यक्ष धीरज शर्मा, वेस्टर्न रीजन के पूर्व अध्यक्ष सुनील पाटोदिया, वेस्टर्न कौंसिल के रीजनल सदस्य उमेश शर्मा, विदेश में बाहरीन से शाहनवाज़ खान, नई दिल्ली से मुकेश मोहन गुप्ता व अनिरुद्ध तिवारी, गुड़गाव से अरुण अग्रवाल ने भी सम्बोधित किया। कार्यकम में 300 से ज़्यादा चार्टर्ड एकाउंटेंट्स उपस्थित थे।