पेट्रोल-डीजल के मूल्य वृद्धि को लेकर विकास उपाध्याय मिले प्रभावित ट्रांसपोर्टरों से, तैयार की वृहद आंदोलन की रूप रेखा
रायपुर, 25 जून। विधायक विकास उपाध्याय ने कोरोना संकट के बीच भारत में तेल के दाम लगातार बढ़ाये जाने का कड़े शब्दों में विरोध करते हुए कहा है, मोदी सरकार चीन से चल रही तना-तनी का फायदा उठा कर इस आड़ में भारतीयों के भावना के साथ खेल रही है और उसे धोखा दे रही है। आज गुरूवार को लगातार 18 वे दिन पेट्रोल और डीज़ल दोनों के दामों में इजाफ़ा हुआ। जिसको लेकर इससे सबसे ज्यादा प्रभावित ट्रांसपोर्टरों के साथ आज बैठक कर आंदोलन की रूप रेखा बनाई गई और तेल के लगातार मूल्य वृद्धि को लेकर नायाब तरीके से विरोध कर मोदी सरकार को याद दिलाया जाएगा कि उनके नेता कभी इस तरह के बढ़ोतरी को लेकर क्या बोला करते थे, उन सभी का वक्तव्य भी लोगों को सुनाया जाएगा।
विकास उपाध्याय ने कहा महंगाई सूचकांक के उतार-चढ़ाव में पेट्रोल और डीज़ल दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ने से महंगाई वैसे भी पहले से बड़ी हुई है अब निश्चित तौर पर और पढ़ेगी। पेट्रोल की क़ीमत बढ़ने का व्यावसायिक जगत पर भले ही ज़्यादा असर नहीं पड़ता पर आम लोगों के लिए मुश्किल होती है लेकिन डीज़ल के दाम बढ़ने से से ये पूरी तरह प्रभावित होता है।
विकास उपाध्याय ने कहा पेट्रोल और डीज़ल का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में 2.34 फ़ीसदी का योगदान होता है। पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ने का ज़्यादा असर थोक मूल्य सूचकांक पर पड़ता है।” इसलिए अर्थव्यवस्था की मौजूदा हालत और पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ने का असर लोगों की जेबों पर निश्चित रूप से पड़ेगा।
कांग्रेस विधायक ने कहा अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बावजूद घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहना इस बात को प्रमाणित करता है की मोदी सरकार आम जनता के प्रबल विरोधी है और ऐसा कर आम जनता को धोखा दे रही है आज फिर दोनों ईंधनों की कीमतें बढ़ी हैं। पिछले 18 दिनों में पेट्रोल जहां 9 रुपये से भी ज्यादा प्रति लीटर महंगा हुआ है वहीं डीजल की कीमत भी 10.00 रुपये से ज्यादा प्रति लीटर बढ़ गई है। विकास उपाध्याय ने कहा बढ़ते दामों के बीच आलम यह है कि बुधवार-गुरूवार यानी 24-25 जून को डीजल पेट्रोल से महंगा हो गया है। कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करती है और इसके खिलाफ केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ ट्रांसपोर्टरों के साथ नायाब तरीके से विरोध करेगी।