प्रेस कांफ्रेंस कर शिव शंकर भट्ट ने सरकारी गवाह बनने की मंशा जाहिर की, भट्ट का दावा-जानबूझकर जेल में रखा गया ताकि सच न आए सामने
रायपुर। नागरिक आपूर्त निगम (नान) घोटोले आरोपी और तत्कालीन मैनेजर शिव शंकर भट्ट ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकारी गवाह बनने की मंशा जाहिर की। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को इस घोटाले का मास्टर माइंट बताया और भाजपा नेता लीला राम भोजवानी व पूर्व मंत्री पुन्नू लाल मोहले पर भी इस मामाले में भ्रष्ट्राचार के आरोप लगाए। भट्ट का दावा है कि इस मामले में जानबूझकर उन्हें जेल में रखा गया ताकि सच सामने न आए। इस खुलासे के बाद भट्ट ने अपनी जान को खतरा बताया। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद बनी नई कांग्रेस की सरकार ने नान घोटाले की जांच दोबारा शुरू करवाई। इसके तहत नान के तत्कालीन लेखा अधिकारी चिंतामणि चंद्राकर को पूछताछ के लिए दुर्ग से रायपुर लाया गया है। नान की जांच में सामने आई चर्चित लाल डायरी में चिंतामणि का नाम कोड वर्ड में कई जगह सीएम साहब लिखा हुआ था। करीब एक महीने पहले चंद्राकर के कांकेर, दुर्ग और बेंगलुरू के ठिकानों पर दबिश दी गई थी। यहां से करोड़ों की संपत्ति की जानकारी मिली थी।