बहुआयामी केंद्र के रूप में विकसित होगे गोठान: कलेक्टर डाॅ भारतीदासन

रायपुर, 26 जून। कलेक्टर डाॅ. एस. भारतीदासन और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. गौरव कुमार सिंह ने आज विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से शासन की महत्वाकांक्षी योेजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी में हो रहे कार्यो की समीक्षा कर जिला एवं जनपद स्तर के अधिकारियो को आवश्यक निर्देश दिए। गोठान के कार्यो की समीक्षा करते हुए कलेक्टर डाॅ. भारतीदासन ने निर्देशित किया कि जिले के सभी गोठानो में चारा-पानी और चबूतरा शेड निर्माण का कार्य पूर्ण करा लिया जाए। शासन के निर्देशानुसार पशुओं की खुले में चराई से मुक्ति के लिए रोका-छेका अभियान चलाया जा रहा है। यह ध्यान रखे कि गोठानों में पशुओं की उपस्थिति शत-प्रतिशत हो। गोठानों मे पशुओ की सुरक्षा के लिए पशु चिकित्सा विभाग कोे निर्देशित किया गया कि सप्ताह में दो बार सघन परीक्षण कर दवाईयां और टीकाकरण किया जाए तथा सभी चारागाह में अनिवार्य रूप से नेपियर घास लगाया जाए। गोठानों को बहुआयामी क्रियाविधियों के केंद्र के रूप में विकसित किया जाना है। इससे गोठानों में कार्य करने वाले स्व-सहायता समूहों को आजीविका चलाने में मदद मिलेगी। स्व-सहायता समूह को चारा कटाई के अतिरिक्त बाड़ी में सब्जी उत्पादन ,मत्स्य पालन आदि कार्य देकर उनके आर्थिक स्त्रोत को बढ़ाना है।
इसी तरह कलेक्टर डाॅ. भारतीदासन ने जिले में धान चबूतरा निर्माण कार्य की प्रगति का प्रतिवेदन तत्काल उपलब्ध कराने का निर्देश दिए। जिन जगहो पर चबूतरा निर्माण का कार्य प्रगति पर है, वहां अनिवार्य रूप से 5 जुलाई तक कार्य पूर्ण करा लिया जाए। सभी जनपद सीईओ जिले के गोठानो और नरवा में किए जा रहे कार्यो की दैनंदिनी प्रतिवेदन सीईओ जिला पंचायत को प्रस्तुत करें।
गोठानो मेें प्रस्तावित कार्य अविलंब पूर्ण किया जाए: डाॅ. गौरव सिंह
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. गौरव कुमार सिंह ने जनपद सीईओ को निर्देशित किया कि गोठानों में स्व-सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक स्त्रोत के साधन उपलब्ध कराया जाना है। इसके लिए गोठान से संबंधित सभी विभाग को समन्वय करना आवश्यक है। जिन गोठानो मेें प्रस्तावित कार्य अविलंब प्रारंभ कर पूर्ण किया जाए। स्व-सहायता समूह की महिलाओ को गोठान में प्रारंभ किये जा रहे मुर्गी पालन, बकरी पालन,मत्स्य पालन, मशरूम उत्पादन, साबुन और दोना-पत्तल आदि कार्यो से जोड़ा जाना है। उन्होने कहा कि पंचायत स्तर के जो निर्माण कार्य लंबित है, उसे 30 अगस्त तक अनिवार्य रूप से पूर्ण कर लिया जाए। जिन गोठानो में मशरूम उत्पादन किया जाना है, इसके शेड निर्माण के लिए कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत किया जाए। सभी गोठानों में 07 जुलाई तक चारा बीज की बुवाई अनिवार्यतः करे ताकि आगामी दिनों में पशुओ के लिए चारे की कमी न हो। सब्जी उत्पादन के लिए बाडी की पूरी जवाबदारी उद्यानिकी विभाग की है।
गोठानों को विकसित करने सीईओ ने नियुक्त किए नोडल अधिकारी
कलेक्टर डाॅ. एस. भारतीदासन के निर्देश पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. गौरव कुमार सिंह ने आदर्श गौठान निर्मित करने के लिए जिला और जनपद स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए है। विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से डाॅ. सिंह ने संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया कि नियुक्त नोडल अधिकारी प्रत्येक सप्ताह कम से कम 10 पुराने गोठान और 20 नए गोठान का निरीक्षण करें। इसी तरह प्रत्येक सप्ताह 5 नाला का भी निरीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करेें। इस दौरान उन्होने कहा कि वह स्वयं मंगलवार को आरंग, बृहस्पतिवार को धरसींवा, बुधवार को अभनपुर और शुक्रवार को तिल्दा के गोठानों तथा कम से कम 2 नवीन एवं 1 पुराने नाले का निरीक्षण करेंगे। प्रत्येक गोठान को समुचित ढंग से विकसित करने के लिए कृषि,पशु-चिकित्सा,उद्यानिकी,मत्स्य औेर पंचायत विभाग के कर्मचारियों को जवाबदारी सौंपी गई। इनके कार्यो का परीक्षण प्रत्येक शुक्रवार को विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से किया जाएगा।
जिन अधिकारियों को आदर्श गोठान बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, उनमें अभनपुर विकासखंड के ग्राम जवईबांधा और सुंदरकेरा के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत अभनपुर,ग्राम कोलर और भटगांव के लिए कार्यक्रम अधिकारी जनपद पंचायत अभनपुर, ग्राम टेकारी के लिए एस.डी.ओ. ग्रामीण यांत्रिकी सेवा अभनपुर, ग्राम डोंगीतराई के लिए एन.आर.एल.एम/स्वच्छ भारत मिशन/पी.एम.वाय., ग्राम ढोढ़रा के लिए विकासखंड स्तरीय कृषि विभाग, ग्राम संकरी के लिए विकासखंड स्तरीय कृषि विभाग और ग्राम परसदा वि.मं. के लिए विकासखंड स्तरीय उद्यानिकी विभाग के अधिकारी का नाम शामिल है।
इसी तरह आरंग विकासखंड के ग्राम छतौना (म) और लखौली के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आरंग, ग्राम गुदगुदा और नारा के लिए कार्यक्रम अधिकारी जनपद पंचायत आरंग, ग्राम परसदा (सेमरिया) के लिए एस.डी.ओ. ग्रामीण यांत्रिकी सेवा आरंग , ग्राम चटौद के लिए एन.आर.एल.एम/स्वच्छ भारत मिशन, ग्राम निसदा के लिए विकासखंड स्तरीय कृषि विभाग,ग्राम राटाकाटा के लिए विकासखंड स्तरीय पशु चिकित्सा विभाग,ग्राम बड़गांव के लिए विकासखंड स्तरीय उद्यानिकी विभाग और ग्राम जरौद के लिए मत्स्य निरीक्षक का नाम शामिल है।
तिल्दा विकासखंड के ग्राम मोहदा और सड्डू के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत तिल्दा, ग्राम कोहका और रजिया के लिए कार्यक्रम अधिकारी जनपद पंचायत, ग्राम देवरी के लिए एस.डी.ओ. ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, ग्राम बेमता और सांकरा के लिए एन.आर.एल.एम/स्वच्छ भारत मिशन/पी.एम.वाय.,ग्राम कुम्हारी जारा के लिए विकासखंड स्तरीय उद्यानिकी विभाग,ग्राम चिचोली के लिए विकासखंड स्तरीय कृषि विभाग, ग्राम ओटगन के लिए विकासखंड स्तरीय पशु चिकित्सा विभाग और ग्राम ताराशिव के लिए मत्स्य निरीक्षक को नियुक्त किया गया है।
इसी प्रकार धरसींवा विकासखंड के ग्राम चरौदा और मोहदी के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत धरसींवा, ग्राम दतरेंगा और धनेली साकरा के लिए कार्यक्रम अधिकारी जनपद पंचायत, ग्राम कुकेरा के लिए एस.डी.ओ. ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, ग्राम पंडरभट्ठा और निलजा के लिए एन.आर.एल.एम/स्वच्छ भारत मिशन/पी.एम.वाय, ग्राम. तर्रा के लिए विकासखंड स्तरीय कृषि विभाग, ग्राम जरौदा के लिए विकासखंड स्तरीय पशु चिकित्सा विभाग, ग्राम छपोरा के लिए विकासखंड स्तरीय उद्यानिकी विभाग और ग्राम गोढ़ी के लिए मत्स्य निरीक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।