बिग ब्रकिंग: पुलिस लाइंस एमटीओ में एक और घोटाला उजागर हुआ
रायपुर, 17 जून। कोतवाली थाना में आज पुलिस लाइन रायपुर के अधिकारियों द्वारा पुलिस लाइन से अधिग्रहित कर जो चार पहिया वाहन एयर फोर्स को उपलब्ध कराई थी। उनकी log बुक के जांच में संदेह होने पर एयर फोर्स के अधिकारियों से पूछताछ में पाया कि log बुक में जो दस्तखत है वो फर्जी है जिस आधार पर उन चार पहियो के ड्राइवरों के खिलाफ सेक्शन 34 एक्ट के तहत धारा 420, 467, 468, 471, 472 और 120 बी का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
पूरे मामले में केवल ड्राइवरों के खिलाफ ही मामला दर्ज किया गया है। जो संदेह के दायरे से देखा जा रहा है जबकि पूर्व में भी ऐसे मामले सामने आने पर पुलिस ने प्रथम दृष्टि में ट्रेवल्स संचालक पर मुकदमा दर्ज किया है, लेकिन इस मामले में ट्रेवल्स के संचालक को क्लीन चिट देते हुए छोड़ दिया गया है। सभी पांचों ड्राइवर एक ही ट्रेवल्स संचालक के है तथा सभी गाड़ी भी उसी ट्रेवल्स संचालक माँ तारिणी ट्रेवल्स अविनाश दुबे की ही है। अब सवाल यह है कि अगर ये ड्राइवर गड़बड़ी किये हैं तो उनका फायदा तो ट्रेवल्स संचालक को ही हो रहा होगा, फिर पुलिस को कैसे ट्रेवल्स संचालक पर शक नही हो रहा है। कही ट्रेवल्स संचालक को बचाने की तैयारी तो नही की गई है ?
कोतवाली पुलिस सूत्रों के अनुसार राजधानी रायपुर के आनंद नगर निवासी अविनाश दुबे उर्फ विक्की के स्वामित्व वाले M/s मां तारिणी ट्रेवल्स के पांच ड्राइवरों को भारतीय वायु सेना/Indian Air Force (IAF) के अधिकारियों के फ़र्ज़ी मोवेमेंट के बिल आदेश प्रस्तुत करके लगभग 1.13 लाख रुपये के करीब 1300 लीटर ईंधन का दावा करने धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ आरोपीगण ने राजधानी रायपुर पदस्थ ( IAF) एंटी नक्सल टास्क फोर्स (ANTF) के अधिकारियों के फर्जी मुहर और हस्ताक्षर का इस्तेमाल किया।
पकड़े गए ड्राइवरों की पहचान राजकुमार राजपूत, खिलवान राम, दुलेंद्र साहू, कासिम अली और दुलेश देवांगन के रूप में की गई।
स्थानीय कोतवाली पुलिस ने इस संबंध में अपराध दर्ज करके जाँच शुरू कर दिया है। कोतवाली पुलिस इसके अतिरिक्त माँ तारिणी ट्रेवल्स के प्रोपराइटर अविनाश दुबे जिसकी भूमिका भी संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। प्रथमदृशताया उसको भी जांच के दायरे मैं शामिल किया है।