भूपेश बघेल गलत नही थे तो निडर होकर कानून का सामना किया: कांग्रेस
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि अंतागढ़ में जिस प्रकार से पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, पूर्व पीडब्लूडी मंत्री राजेश मूणत, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, अमित जोगी ने सात करोड़ देकर लोकतंत्र की हत्या की और अब भाजपा के कार्यकारिणी सदस्य मंगतूराम ने कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज करवाया तो भाजपा और उनके बी-टीम में खलबली मच गयी और अग्रिम जमानत के लिये न्यायालय में दौड़ लगा रहे है।
प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि तात्कालीन कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल पर जब जमीन आंबटन मामले में रमन सरकार ने आरोप लगाया तो उन्होंने बिना देरी किये दस्तावेजो सहित ईओडब्लू ऑफिस परिवार सहित पहुंचकर अपने और परिवारजनों पर लगे झूठे एवं बेबुनियाद आरोपो का बिन्दुवार जवाब भी प्रस्तुत किया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके परिजनों को झूठे जमीन आंबटन मामले में फसाने वाले षडयंत्रकारी उस समय भूपेश बघेल को गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं जुटा पाये थे क्योंकि वो पाक साफ और बेदाग थे। विकास ने पूछा कि क्या कारण है कि अब जब अंतागढ़ कांड में भाजपा के नेता मंगतूराम ने अपना बयान कोर्ट में दर्ज करवाया तो भाजपा और जोगी कांग्रेस के आला नेताओ में हायतौबा मचा हुआ है और पुलिस जब पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद पुनित गुप्ता, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, अमित जोगी से वाइस सैंपल मांग रही है तो वे पुलिस का सहयोग नहीं कर रहे है और न्यायालय की शरण में अग्रिम जमानत के लिये गुहार लगा रहे है। स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिस प्रकार बिना डरे कानून का सामना किया और ईओडब्लू ऑफिस में प्रस्तुत भी हुवे, उनके द्वारा कभी भी न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिये गुहार भी नहीं लगाया गया था तो पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद पुनित गुप्ता, अजित जोगी, अमित जोगी और राजेश मूणत क्यों भयभीत है कुछ ने अग्रिम जमानत ली हुई है और कुछ अग्रिम जमानत के लिये आवेदन प्रस्तुत किये हुये है। क्यों नहीं वह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तरह नीडर होकर कानून का सामना नहीं कर पा रहे और न ही अपना वाईस सैंपल दे रहे है। इससे छत्तीसगढ़ की जनता समझ चुकी है कि भाजपा और उनकी बी-टीम ने ही अंतागढ़ चुनाव में लोकतंत्र की खरीद-फरोख्त करके छत्तीसगढ़ को पूरे विश्वपटल में शर्मशार किया था।