मंत्री जयसिंह अग्रवाल के अनुरोध पर स्वास्थ्य मंत्री ने कटघोरा क्षेत्र की समीक्षा करने 4 सदस्यीय समिति का किया गठन
कोरबा। कोरबा जिला अन्तर्गत कटघोरा उपनगरीय क्षेत्र में कोरोना कोविड-19 संक्रमण के अचानक बढ़े मामलों के मद्देनजर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल के अनुरोध पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव द्वारा तत्काल चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया। मुख्य मंत्री भूपेश बघेल द्वारा तत्काल कटघोरा की स्थिति का जायजा लेने हेतु निर्देशित किया गया था। प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव सी.आर. प्रसन्ना के नेतृत्व में गठित चार सदस्यीय समिति में स्वास्थ्य मंत्री के विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी विलास संदीपन भोसकर, उप निदेशक स्वास्थ्य आसीम खान और इंटेसिविस्ट डाॅक्टर सुन्दरानी को शामिल किया गया है। स्थानीय स्तर पर समन्वय के लिए कोरबा जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डाॅ. बी.बी. बोर्डे समिति के साथ बैठक में उपस्थित रहे। राजस्व मंत्री की अध्यक्षता में आहूत बैठक में समिति के सदस्यों ने कटघोरा की हालिया स्थिति की जानकारी दी।
कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम, बचाव एवं उपचार संबंधी व्यवस्था की जानकारी साझा करते हुए डाॅ. बोर्डे ने बताया कि इ.एस.आई. अस्पताल में सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ सौ बिस्तरों की व्यवस्था तैयार है। यहां पर पांच वेंटिलेटर आ चुके हैं और आगे भी कुछ और वेंटिलेटर मंगाए जा रहे हैं। डाॅ. बोर्डे ने समिति के सदस्यों को जानकारी देते हुए बताया कि राजस्व मंत्री के सुझाव और पहल पर ही यथावश्यकता इ.एस.आई. अस्पताल को कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए तैयार रखा गया है।
स्वास्थ्य सचिव प्रसन्ना ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान कटघोरा में कोरोना संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है जोकि बहुत बड़ी राहत की खबर है। संदीपन विलास भोसकर ने जानकारी दी कि आज दिनांक तक कटघोरा में 948 व्यक्तियों के सैम्पल लिए जा चुके हैं और यह कार्य निरंतर तेजी से किया जा रहा है, उम्मीद है कि प्रभावित क्षेत्र विशेष से अभी लगभग 500 और सैंम्पल लिए जा सकते हैं। उल्लेखनीय है कटघोरा में कुल 14 वार्ड हैं और व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए इनको 6 सेक्टरों में विभक्त किया गया है।
स्वास्थ्य सचिव ने राजस्व मंत्री को बताया कि रोकथाम के उपाय के तौर पर दी जानेवाली दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए हाईड्राॅक्सीक्लोरोक्वीन और क्लोरोक्वीन नामक दवाईयां इस्तेमाल की जा रही है। इन दवाओं का कोई साईड इफेक्ट नहीं है और वर्तमान परिस्थितियों में सामान्यतः स्वस्थ व्यक्ति भी इसके प्रयोग कर सकते हैं। अभी एहतियात के तौर पर समूचे कटघोरा क्षेत्र में हर व्यक्ति को इन दवाओं की एक दिन के लिए 4 टैबलेट की खुराक वितरित की गई है। डाॅक्टर बोर्डे ने बताया कि जिले में इन दवाओं की कोई कमी नहीं है।
राजस्व मंत्री द्वारा कटघोरा में एहतियात के तौर पर बरती जा रही विशेष सावधानियों के संबंध में चाही गई जानकारी पर संदीपन भोसकर ने बताया कि प्रभावित इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है जिसे नगर के अन्य हिस्सों के सम्पर्क से अलग रखा गया है। स्वास्थ्य एवं प्रशासन अमला पूरी मुस्तैदी से काम पर जुटा हुआ है। विभाजित किए गए सभी छः सेक्टरों में इस बात पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि एक सेक्टर के अन्तर्गत आनेवाले लोग दूसरे अथवा तीसरे सेक्टर में किन लोगों से मिले हैं और फिर वे लोग आगे किन लोगों से मुलाकात किए हैं और मुलाकात किए हुए कितना अरसा बीत चुका है। इन जानकारियों के आधार पर सैम्पल कलेक्शन की रणनीति तैयार की जाएगी। भोसकर ने आगे बताया कि जांच के लिए रैपिड टेस्ट किट आ गए हैं और इसकी वजह से रिपोर्ट प्राप्त करने में शीघ्रता होगी।
हालिया रिपोर्ट के मुताबिक कटघोरा से 12 अप्रैल को भेजे गए 300 सैम्पल में से 2 मामले पाॅजिटिव पाए गए। यह जानकारी मिलने पर राजस्व मंत्री की चिंता बढ़ गयी। उन्होंने कहा कि यद्यपि प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं फिर भी अधिकारियों को हिदायत देते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर कोई कोताही न बरती जाए और जांच के लिए लक्षित सैम्पल एकत्र करने के लिए तेजी लाई जाए।
बैठक के अन्त में नवगठित स्वास्थ्य समिति के कार्यों की सराहना करते हुए राजस्व मंत्री ने उम्मीद जताई है कि जिए तत्परता से यह समिति स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से तालमेल बिठाकर काम कर रही है उससे अम्मीद है कि प्रदेश इस महामारी से शीघ्र ही मुक्त हो जाएगा। बैठक में उपस्थित सदस्यों के प्रति आभार जताते हुए राजस्व मंत्री ने उम्मीद जताते हुए कहा कि जिस कर्तव्यनिष्ठा और सेवा भाव से स्वास्थ्य अमला और जिला प्रशासन निरंतर आम नागरिकों की सेवा में कार्यरत है, वह अत्यंत सराहनीय है।