छत्तीसगढ

चिदंबरम मामले में कांग्रेस का पलटवार, पूर्व cm बिना किसी fir के कार्यवाही को किस मुंह से जायज ठहराते है?

रायपुर। चिदंबरम पर बिना किसी एफआईआर के कार्यवाही को जायज ठहराने वाले पूर्व cm डॉ रमन सिंह से कांग्रेस ने पूछा, भष्टाचार की कोई भी जांच शुरू होने पर रमन सिंह बदलापुर की रट लगते है, ऐसे में वें किसी न्यायिक कार्यवाही के बिना किस मुंह से देश के पूर्व गृह मंत्री, वित्त मंत्री रहे पी. चिदंबरम पर कार्यवाही को सही ठहरा रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि पूर्व गृहमंत्री के खिलाफ बिना किसी एफआईआर, बिना किसी चार्जशीट के, सिर्फ व्यक्तिगत विद्वेष के तहत टिप्पणी करने को अलोकतांत्रिक एवं अभद्रतापूर्ण कहा। उन्होंने कहा कि इस कार्यवाही का पूरा देश निंदा कर रहा है। मोदी सरकार की विद्वेषपूर्ण कार्यवाही से न सिर्फ सीबीआई जैसी संस्थाओं की गरिमा गिरी है बल्कि देश की स्थापित लोकतांत्रिक परंपराओं को भी नुकसान पहुंचा है।

त्रिवेदी ने कहा है कि  डॉ. सिंह यह न भूलें कि जब सत्ता में थे तब प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल द्वारा मात्र पत्रकारों के समक्ष सीडी लहराने पर एफआईआर और झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया था। पूर्व सांसद अभिषेक सिंह के खिलाफ एफआईआर तो न्यायालय के निर्देश पर हो रहा है और ये एफआईआर फोटो खिंचवाने के कारण नहीं बल्कि अनमोल इंडिया चिटफंड कंपनी को संरक्षण देकर उसके करतूतों पर पर्दा डालने के कारण किया गया है।

फर्जी चिटफंड कंपनियों के दफ्तरों का शुभारंभ कर फोटो खिंचा-खिंचाकर पूर्व मुख्यमंत्री, उनकी पत्नी, पुत्र, सरकार के मंत्री एवं भाजपा के बड़े नेताओं के द्वारा जनता के धन की लूट को सरंक्षण दिया गया था। रमन सरकार के संरक्षण में 5000 करोड़ से अधिक का चिटफंड घोटाला हुआ। फर्जी चिटफंड कंपनियों के द्वारा एक करोड़ जनता की गाढ़ी कमाई लूटी गई, चिटफंड घोटाले के कारण 57 जाने गई और आज जब न्यायालय के निर्देशों पर चिटफंड कंपनी में डूबे निवेशकों को न्याय मिल रहा है। डॉ. सिंह झूठे निराधार आरोप लगा रहे हैं। चिटफंड कंपनियों के लिये रोजगार मेलों का आयोजन में भाजपा सत्ता संगठन के नेता कार्यक्रम में शामिल होते थे। रमन सरकार के द्वारा बकायदा इन कार्यक्रमों के निमंत्रण दिए जाते थे।

चिदंबरम मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के अभियान की बात कहे जाने पर तीखा पलटवार करते हुए त्रिवेदी ने कहा है कि जो डॉ. रमन सिंह छत्तीसगढ़ में कोई भी जांच शुरू होने पर बदलापुर-बदलापुर की रट लगाने लगते हैं, वहीं अब बिना किसी सबूत, बिना किसी एफआईआर के बिना किसी न्यायिक कार्यवाही के देश के पूर्व गृह मंत्री, वित्त मंत्री और 40 वर्षों से सर्वोच्च न्यायालय के बार के सदस्य रहे पी. चिदंबरम पर कार्यवाही को सही ठहरा रहे हैं। यह डॉ. रमन सिंह और भाजपा के देश में और राज्य के बारे में दोहरे मापदंड उजागर करता है।

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