शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा- कोवैक्सीन को इस महीने मिल सकती है मान्यता, WHO डाटा की कर चुका है समीक्षा
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर। भारत बायोटेक की कोरोना रोधी कोवैक्सीन को आपातकालीन उपयोग सूची (ईयूएल) में शामिल करने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा इस महीने फैसला ले लेने की उम्मीद है। शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने शनिवार को यह बात कही।
विशेषज्ञों ने कहा कि डाटा की समीक्षा करने के बाद वैक्सीन को मंजूरी के फैसले में देरी नहीं होनी चाहिए। एम्स, दिल्ली के लिए कोरोना टास्क फोर्स के चेयरपर्सन डा. नवीत विज ने कहा कि दुनिया भर में वैक्सीन की आवश्यकता है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यह वैश्विक लड़ाई है और कई देशों में अभी तक टीके नहीं लग रहे हैं। इसलिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी वैक्सीन को समय से मंजूरी मिलनी चाहिए।
एम्स, नई दिल्ली के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि हमें उम्मीद है कि सभी डाटा दे दिया गया और उसकी समीक्षा भी हो गई तो अब मंजूरी में देर नहीं होनी चाहिए, यह जल्द ही मिल जानी चाहिए। ईयूएल में देरी से खासकर उन भारतीय छात्रों को परेशानी होगी, जो शिक्षा के लिए बाहर जाना चाहते हैं।
रूस ने कहा, स्पुतनिक वी को मान्यता के रास्ते की बाधाएं दूर
रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि कोरोना रोधी स्पुतनिक वी को डब्ल्यूएचओ की मंजूरी के रास्ते में आ रही सभी बाधाओं को दूर कर लिया गया है। अब कुछ मामूली प्रशासनिक प्रक्रियाओं को हल किया जाना रह गया है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डा. टेड्रोस अधनोम घेब्रेयेसस ने यह जानकारी दी है।