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रायपुर से कैट करने जा रही है डिजिटल आजादी का राष्ट्रीय अभियान

रायपुर, 18 नवबंर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने देश में डिजिटल आज़ादी राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत रायपुर से की गई।

कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीड़िया प्रभारी संजय चौंबे ने संयुक्त रूप से बताया कि देश के डिजिटल व्यापार में बड़ी विदेशी कम्पनियों की मनमानी और नियमों के लगातार उल्लंघन किया। जिसके खिलाफ कैट ने अब संघर्ष का बिगुल बजाते हुए देश भर में एक डिजिटल आज़ादी राष्ट्रीय अभियान चलाने की बड़ी घोषणा की है।

अभियान में 40 हजार से ज्यादा कारोबारी संगठन जुड़ेंगे

1 दिसम्बर से देश भर में शुरू होने वाले इस अभियान में दिल्ली सहित देश के सभी राज्यों के 40 हज़ार से ज़्यादा व्यापारिक संगठन सक्रिय रूप से शामिल होकर इस अभियान को सपोर्ट करेंगे। ऐमज़ान एवं फ्लिपकार्ट जैसी विदेशी कम्पनियों द्वारा देश के व्यापारियों को पहुँचाई जा रही चोट के खिलाफ़ आवाज़ बुलंद करेंगे। दिल्ली में इस अभियान का नेतृत्व कैट के प्रदेश अध्यक्ष विपिन आहूजा एवं प्रदेश महामंत्री देवराज बवेज़ा करेंगे।

अब ई-कॉमर्स पर अपना ई-शोरूम बनाकर करेंगे कारोबार

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खण्डेलवाल ने इस अभियान के बारे में बताते हुए कहा की देश भर में ई कामर्स के द्वारा ख़रीदारी करने का चलन में तेज़ी से वृद्धि हुआ है। व्यापारी भी ई कामर्स पर अपना ई शोरूम बनाकर अब व्यापार करेंगे, किंतु एमेजान एवं फ्लिपकार्ट जैसी कम्पनियों ने भारत के ई कामर्स एवं रीटेल व्यापार पर क़ब्ज़ा करने के कुत्सित ईरादे से लगातार नियम एवं क़ानूनों का उल्लंघन करते आ रहे है।

ई कामर्स व्यापार को बुरी तरह से विकृत कर दिया है। एक अनुमान के अनुसार इन कम्पनियों की मनमानी से देश में 3 लाख से ज़्यादा दुकानें बंद हो गई हैं। जिसमें मोबाइल की दुकानें मुख्य रूप से प्रभावित हुआ हैं। वहीं एफमसीजी, कन्सूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, किराना, बिजली, ऑटो पार्ट्स, होम फ़र्निशिंग, रसोई के उपकरण, गिफ़्ट आइटम्ज़, घड़ियाँ, फ़र्निशिंग फ़ैब्रिक, खिलौने, हार्डवेयर जैसे अनेक व्यपारिक वर्गों का व्यापार देश भर में बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
यदि इन कम्पनियों की मनमानी पर लगाम नहीं लगाई गई तो वो दिन दूर नहीं जब एक बार फिर ये विदेशी कम्पनियाँ ईस्ट इंडिया कम्पनी का रूप धारण कर देश को आर्थिक ग़ुलाम बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी। हाल ही में एमेज़ान के पोर्टल पर गाँजा बेचे जाने के समाचार से इनके कुत्सित ईरादों का पता चलता है।
भरतिया एवं खण्डेलवाल ने बताया की इस अभियान के मुख्य विषय हैं, विदेशी कम्पनियों के भ्रष्ट चंगुल से देश के ई कामर्स व्यापार को आजाद करना।

सभी राज्यों में निकाली जाएगी डिजिटल आजादी क्रांति रथ यात्रा

इस अभियान के अंतर्गत देश के सभी राज्यों में डिजिटल आज़ादी क्रांति रथ यात्रा निकाली जाएगी। बड़े पैमाने पर देश भर में वर्कशाप, सेमिनार, कॉन्फ़्रेन्स का आयोजन किया जायेगा। इस तरह व्यापारियों एवं उपभोक्ताओं को जाग्रत किया जाएगा।
जीएसटी, व्यापारियों पर लगने वाले सभी क़ानूनों की दोबारा समीक्षा कर क़ानूनों को कम करना, विभिन्न प्रकार के लाइसेन्स के स्थान पर एक लाइसेन्स करना, व्यापारियों को कर संग्रहकर्ता का दर्जा देकर इकट्ठा किए कर में से पेन्शन देना, व्यापारियों को इन्शुरेन्स देना जैसे विषयों पर एकमत होंगे।

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