छत्तीसगढ

सामान्य सभा गरमाया ये मुद्दे : अंतरराज्यीय बस स्टैंड के पास वहां के स्थानीय लोगों को रोजगार दिए जाने की बात पर mayor बोले…

रायपुर, 25 नवबंर। नगर निगम की सामान्य सभा में आज विपक्षी भाजपा पार्षदों ने आवाज़ उठाई कि भाटागांव में शुरु हुए अंतरराज्यीय बस स्टैंड के आसपास वहां के स्थानीय लोगों को छोटी दुकानों के माध्यम से रोजगार के अवसर दिए जाने चाहिए। महापौर एजाज़ ढेबर ने सदन से घोषणा की कि वहां स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के रास्ते ज़रूर खोले जाएंगे।

सामान्य सभा में एजेंडा आया था कि बस स्टैंड के संचालन के प्रयोजन संबंधित भूमि के संपूर्ण उपयोग की शक्तियों को रायपुर जिला अर्बन पब्लिक सर्विस सोसायटी को प्रत्यायोजित किया जाए, ताकि उनके व्दारा बस स्टैंड का सूचारु रूप से संचालन किया जा सके। भूमि के संपूर्ण उपयोग की शक्तियों के प्रत्यायोजन के उपरांत ही रायपुर जिला अरबन पब्लिक सर्विस सोसायटी व्दारा व्यवसायियों के व्यवस्थापन आदि के संबंध में भी निर्णय लिया जा सकेगा।

नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे समेत वरिष्ठ पार्षद मृत्युंजय दुबे, सरिता वर्मा, सूर्यकांत राठौर एवं मनोज वर्मा ने बस स्टैंड के आसपास वहां के स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने की बात उठाई।

नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने कहा कि स्थानीय लोगों के अधिकारों का हनन नहीं होना चाहिए। मत्युंजय दुबे ने कहा कि अरबन पब्लिक सर्विस सोयायटी के दायित्व क्या होंगे स्पष्ट हो जाना चाहिए। सूर्यकांत राठौर ने कहा कि बस स्टैंड में रास्ते के किनारे लोग बुकिंग काउंटर खोलकर बैठ गए हैं जिसे कि बंद कराने की आवश्यकता है। आटो वालों की रेट को लेकर मनमानी चल रही है।

बस स्टैंड में एनाउंसमेंट की भी व्यवस्था ठीक नहीं है। बस टर्मिनल में ही नगर निगम के जोन 6 का दफ्तर खोल दिया गया, जो कि यात्रियों के लिए परेशानियों का कारण बन सकता है।

मनोज वर्मा ने कहा कि बस स्टैंड जब भाटागांव में शिफ्ट हुआ, शुरु में वहां पर गिनी-चुनी दुकानें व गुमटियां थीं जो बढ़ते-बढ़ते सौ से ऊपर जा चुकी हैं। निश्चित रूप से सब की रोजी-रोटी चलनी चाहिए लेकिन स्थानीय लोगों को भी वहां पर रोजगार मिले ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए।

महापौर एजाज़ ढेबर ने कहा कि हमने सीडी सर्वे करवाया है। एक भी ग़लत आदमी को बस स्टैंड के आसपास दुकानें नहीं लगाने दी गई हैं। मैं इस सदन से घोषणा करता हूं कि वहां के स्थानीय लोगों के लिए भी ज़रूर जगह बनाई जाएगी। जहां तक बस स्टैंड में जोन क्रमांक 6 दफ्तर शिफ्ट करने की बात है तो पुरानी जगह में जहां पर दफ्तर लगा करता था बरसात के दिनों में वहां पानी रिसता था। वहां की बनावट कुछ ऐसी थी कि जोन कमिश्नर, टीपीओ एवं राजस्व विभाग के स्टाफ को बहुत अलग-अलग जगह पर बैठना पड़ता था। यही कारण है कि जोन दफ्तर को बस स्टैंड में शिफ्ट करना पड़ा। महापौर का कथन पूरा होने के बाद बस स्टैंड से संबंधित एजेंडा सर्वसम्मति से पास हुआ।

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