छत्तीसगढ
नए टीकों पर शिशु रोग विशेषज्ञों को किया गया अवर्नेस, कांफ्रेंस पहले दिन सांझा किया विचार
रायपुर। बच्चों को होने वाली विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाव के लिए कई प्रकार के नए टीकों का ईजाद हो चुका है इसका किस प्रकार व कब उपयोग करें यह देश भर से जुटे शिशु रोग विशेषज्ञ व बच्चों के न्यूरोलाजिस्ट ने राष्ट्रीय कांफ्रेंस नेटन्यूरोकान के पहले दिन एक दूसरे से साझा किया।
सिकल सेल पीड़ित शिशु के मतिष्क के रोगों पर दिया व्याख्यान
पं. जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में कांफ्रेंस के उद्घाटन सत्र में डा.सुषमा गोयल (लंदन), डा. शेफाली गुलाटी (दिल्ली), डा. जितेन्द्र साहू (चंडीगढ़), डा. कविता श्रीवास्तव (पुणे), डा. कल्पना दत्ता (कोलकाता) डा. सुष्मिता भुबनेश्वर, डा. अरुण अग्रवाल गाजियाबाद, डा. वसंत खलटकर नागपुर, डा. पाम कुंजू ने छोटे बच्चों के संदर्भ में अपने विचार रखे। अधिवेशन आयोजन कमेटी अध्यक्ष डॉ अनूप वर्मा ने बताया कि विशेषज्ञों द्वारा बच्चों में मिर्गी रोग एवं उसके इलाज, एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम और सिकल सेल से पीडित बच्चों की स्नायु रोग एवं नवजात बच्चों में जन्म से ही होने वाले मतिष्क के रोगों पर व्याख्यान दिया। डाक्टरों ने आपस में सवाल कर अपनी जिज्ञासा भी शांत किए।
भारतीय शिशु अकादमी रायपुर शाखा एवं शिशु रोग विभाग मेडिकल कॉलेज रायपुर एवं छत्तीसगढ़ न्यूरोलॉजिस्ट एसोसिएन के संयुक्त तत्वाधान में यह आयोजन किया गया है। देशभर से आये 200 से ज्यादा शिशु रोग विशेषज्ञ अधिवेशन में भाग ले रहे हैं।
कल को ब्रेन स्ट्रोक्स व सिकलसेल पर होगी चर्चा
रविवार को भी देश भर के नामचीन न्यूरोलॉजिस्ट व शिशु न्यूरोलॉजी के विशेषज्ञ नये-नये शोध, निदान व इलाज पद्धति पर अपने व्याख्यान देंगे। मुख्य रुप से बच्चों में मिर्गी की बीमारियों, बच्चों में होने वाले सरदर्द, मस्तिष्क दिव्यांगता, वंशानुगत न्यूरोलॉजिकल बीमारियां, न्यूरोजेनेटिक्स, मूनमेंट डिसआईए, पीडियाट्रिक मायोलॉजी पर चर्चा करेंगे।
इससे पूर्व कांफ्रेंस का उद्घाटन प्रो.डा.एडी दाबके.डीएमई डा.एस एस आदिले,आयुश के वाइस चांसलर डा.चंद्राकर ने किया। इस मौके पर डा.दाबके ने डाक्टरों से आग्रह किया कि जो भी मरीज आपके पास आते हैं उनका रिकार्ड रखिए और स्टडी करें कि क्या रिजल्ट आया। अपने ही फील्ड में रहकर रिसर्च करें ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए यह लाभकारी साबित हो सके। डा.अनूप वर्मा द्वारा संपादित पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजिकल टेक्सबुक का विमोचन किया गया इसमें डा. पाम कुंजू ने विशेष सहयोग प्रदान किया है।
इससे पूर्व कांफ्रेंस का उद्घाटन प्रो.डा.एडी दाबके.डीएमई डा.एस एस आदिले,आयुश के वाइस चांसलर डा.चंद्राकर ने किया। इस मौके पर डा.दाबके ने डाक्टरों से आग्रह किया कि जो भी मरीज आपके पास आते हैं उनका रिकार्ड रखिए और स्टडी करें कि क्या रिजल्ट आया। अपने ही फील्ड में रहकर रिसर्च करें ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए यह लाभकारी साबित हो सके। डा.अनूप वर्मा द्वारा संपादित पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजिकल टेक्सबुक का विमोचन किया गया इसमें डा. पाम कुंजू ने विशेष सहयोग प्रदान किया है।