पारा कक्षा मोबाइल मॉनिटरिंग की भी सहूलियत अब पोर्टल पर, ‘पढ़ई तुहंर दुआर’ राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण एवं प्रशिक्षण वेबीनार
रायपुर, 25 फरवरी। छत्तीसगढ़ में संचालित ‘पढ़ई तुहंर दुआर‘ कार्यक्रम के अंतर्गत ब्लॉक स्तर से जिला स्तर तक सुगम तरीके से पारा कक्षाओं का निरीक्षण के लिए मोबाइल मॉनिटरिंग की भी सहूलियत अब इस कार्यक्रम के पोर्टल सीजीस्कूल पर उपलब्ध रहेगी। यह जानकारी छत्तीसगढ़ राज्य शिक्षण अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एस.सी.ई.आर.टी) के अतिरिक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे ने आज एस.सी.ई.आर.टी में आयोजित राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण एवं प्रशिक्षण वेबीनार में दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों का एक निष्पक्ष और पारदर्शी मूल्यांकन करना अतिआवश्यक हैं और विद्यालयों के प्राचार्यों एवं संकुल समन्वयकों की इसमें अहम भूमिका हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य शिक्षण अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के अतिरिक्त संचालक डॉ. योगेश शिवहरे ने ‘इतना तो मेरे बच्चे कर ही सकते हैं’ अभियान के बारे में अकादमिक और प्रशासनिक विषयों की जानकारी देते हुए कहा की संकुल समन्वयकों की भूमिका इस अभियान में अतिमहत्वपूर्ण रहेगी। सभी सीएसी को शीघ्र ही अपने संकुल में पारा का चिन्हांकन कर शिक्षकों की मदद से विद्यार्थियों को जोड़ने का कार्य करें। हर माह निरंतर रूप से मोहल्ला कक्षाओं का निरीक्षण कर सभी शिक्षकों को आंकलन प्रति प्रोत्साहन प्रदान करें। उन्होंने पारा-मोहल्ला कक्षाओं के निर्बाध प्रबंधन के लिए सुझाव देते हुए, विस्तार से जानकारी दी।
प्रदेश में संचालित पारा और मोहल्ला कक्षाओं को सुव्यवस्थित करने और स्कूल सीजीस्कूलडॉटइन पर मासिक आंकलन निरीक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने की दृष्टि से यह वेबीनार आयोजित किया गया। वेबीनार में 9 हजार प्रतिभागियों ने लाईव वेबीनार में शामिल हुए। जिसमें संकुल अकादमिक समन्वयक, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, संकुल समन्वयक, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी, डीएमसी, एडीपीओ, डाईट के प्राचार्य शामिल हुए। लगभग 2.5 घंटे चली इस वेबिनार में, पाँचों संभागों के सीएसी मुकेश, देवेंद्र सिंह ठाकुर, राजकमल, तुलसीराम एवं लक्ष्मीकान्त ने पैनलिस्ट के रूप में शामिल होकर अपने अनुभवों को राज्य स्तर पर साझा किया।
एस.सी.ई.आर.टी के सहायक प्राध्यापक ए.के. सारस्वत ने प्रतिभागियों का वेबिनार में स्वागत किया। एस.सी.ई.आर.टी की विषय विशेषज्ञ श्रीमती विद्या डांगे और पी.आर. साहू, ने आंकलन प्रक्रिया के बारे में पी.पी.टी. के माध्यम से जानकारी दी। अंत में सीजीस्कूल पोर्टल पर तकनीकी सहायता के लिए टीम द्वारा लाईव प्रस्तुति दी गई।