दिल्ली-गुजरात राज्य मॉडल से प्रेरित…अब ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक छत्तीसगढ़ में सेंसर आधारित होगा
रायपुर, 24 दिसंबर। राज्य के सभी परिवहन कार्यालयों को जल्द ही ड्राइविंग लाइसेंस परीक्षण के लिए सेंसर आधारित स्वचालित कम्प्यूटरीकृत ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक मिलेंगे।
मुख्य सचिव अमिताभ जैन की अध्यक्षता में मंत्रालय महानदी भवन में परिवहन विभाग की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में प्रदेश के सभी जिलों में ऑटोमेटेड कम्प्यूटराइज्ड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक बनाने पर चर्चा हुई। मुख्य सचिव ने ड्राइविंग टेस्ट में वाहनों की पार्किंग प्रक्रिया को अनिवार्य रूप से शामिल करने के निर्देश दिए हैं।
सड़क हादसों को कम करने में मदद मिलेगी
बैठक में परिवहन विभाग के अपर आयुक्त दीपांशु काबरा ने बताया कि ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट से सड़क हादसों को कम करने में मदद मिलेगी। ड्राइविंग टेस्ट के सभी चरणों को सफलतापूर्वक पास करने वाले ड्राइवरों को ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाएगा। दिल्ली और गुजरात राज्य में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक के सफल परिणामों को देखते हुए इसे छत्तीसगढ़ राज्य में भी अपनाया जाएगा।
काबरा ने परीक्षण ट्रैक के निर्माण के संबंध में विभिन्न प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में परिवहन विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा सहित ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक स्थापित करने के कार्य में लगी कंपनी के सदस्य उपस्थित थे।
सारथी देंगे ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी
बैठक में जानकारी दी कि अब ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी परिवहन विभाग, सारथी की वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध होगी। राज्य परिवहन कार्यालयों को जल्द ही सेंसर आधारित स्वचालित कम्प्यूटरीकृत ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक मिलेंगे।