छत्तीसगढ

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कोरोना संक्रमित, देर रात RTPCR जांच में हुई पुष्टि, सरगुजा के सभी कार्यक्रम रद्द

रायपुर, 3 जनवरी। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। सर्दी-खांसी की शिकायत के बाद सिंहदेव ने एहतियातन सरगुजा के अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए। वे रविवार दोपहर बाद रायपुर लौट आए। यहां उनकी कोरोना की एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव आई। लेकिन RTPCR जांच की देर रात मिली रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इसकी जानकारी देते हुए बताया, कोरोना के लक्षण दिखने के बाद उन्होंने रायपुर में जांच कराई। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अभी तबीयत ठीक है। चिकित्सकों के निर्देशानुसार होम आइसोलेशन में रहकर उपचार करा रहे हैं। सिंहदेव ने आग्रह किया है कि पिछले दिनों में जो भी लोग उनके संपर्क में आए हैं वे अपनी कोरोना जांच करवा लें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फोन कर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से बात की। उन्होंने उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पिछले तीन दिनों से सरगुजा दौरे पर थे। वहां उन्होंने स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा की। स्थानीय नेताओं और समर्थकों से मुलाकात की। वहीं एक जनवरी को उन्होंने स्कूल शिक्षा और आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह के साथ शिक्षण से जुड़ी दो योजनाओं की शुरुआत की। इस बीच उनकी तबीयत कुछ खराब हुई। सर्दी-खांसी होने के बाद सिंहदेव ने एहतियातन अपने सभी सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द कर दिए। शुरुआती जांच के बाद सिंहदेव शाम 4 बजे तक रायपुर लौट आए।

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव एक बार कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। मार्च 2021 में सिंहदेव कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इस दौरान होम आइसोलशन में उनका इलाज चला था।

छत्तीसगढ़ में पिछले एक हफ्ते में लगातार कोरोना संक्रमण तो बढ़ रहा है। प्रदेश में रविवार को 290 नए मरीज मिले हैं, जिसमें रायपुर के 90 केस शामिल हैं। वहीं केस बढ़ने से बार्डर पर सख्ती बढ़ेगी। प्रदेश में संक्रमण दर 1.81% दर्ज की गई है। इस बीच, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं।

महाराष्ट्र, झारखंड, तेलंगाना में फैलाव, इसलिए सख्ती

छत्तीसगढ़ में संक्रमण तो बढ़ा ही है, सीमावर्ती महाराष्ट्र, झारखंड और तेलंगाना में मरीज ज्यादा तेजी से बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र में तो रोजाना 45सौ मरीजों का औसत है, तो झारखंड में यह औसत 400 से अधिक हो गया है। महाराष्ट्र में केस बढ़ने के तुरंत बाद छत्तीसगढ़ में कोरोना का फैलाव तेज होने का रिकार्ड रहा है, इसलिए आने वाले एक हफ्ते में प्रदेश की सभी सीमाओं पर टेस्टिंग अनिवार्य करने की तैयारी की जा रही है। खासकर महाराष्ट्र, झारखंड, ओड़िशा और तेलंगाना से आने वाले सभी रास्तों पर हेल्थ और प्रशासन का अमला शिविर लगाकर छत्तीसगढ़ आने वाले हर व्यक्ति का एंटीजन टेस्ट करेगा। महाराष्ट्र में एक हफ्ते पहले 1200 के औसत से नए केस आ रहे थे।

अब वहां नए मरीजों का औसत हर दिन 4536 पर आ गया है। इसी तरह, झारखंड में अब 420 नए केस रोज मिल रहे हैं। जबकि यहां एक हफ्ते पहले वहां 62 के औसत से नए मरीज मिल रहे थे। तेलंगाना और ओड़िशा में भी केस तेजी से बढ़ रहे हैं। जानकारों के मुताबिक प्रदेश में पिछले दोनों लहरों में संक्रमण के तेज रफ्तार पड़ोसी राज्यों में केस बढ़ने के बाद हुई थी। खासतौर पर महाराष्ट्र में जब जब केस बढ़े प्रदेश में भी केस बढ़ने शुरु हो गए। हेल्थ अफसरों के मुताबिक प्रदेश में केस बढ़ जरूर रहे हैं, लेकिन अभी कोरोना के हालात थोड़े नियंत्रित हैं। इसीलिए एक-दो दिन में महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, ओडिशा, झारखंड और यूपी से सटे जिलों में चौकसी बढ़ाई जा रही है। गौरतलब है, पिछले हफ्ते शासन की उच्चस्तरीय बैठक में तय हुआ था कि छत्तीसगढ़ में रोजाना 40 हजार टेस्ट किए जाएंगे। लेकिन अब भी टेस्टिंग 25 हजार के आसपास है। इसे बढ़ाने के लिए भी सीमाओं पर भी जांच में बढ़ोतरी पर जोर रहेगा।

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