Maa Bamleshwari Darshan : कलेक्टर ने ली बैठक, दिए ये निर्देश…
राजनांदगांव, 11 मार्च । Maa Bamleshwari Darshan : इस साल नवरात्रि में मां बम्लेश्वरी के दर्शन कर सकेंगे। कलेक्टर की बैठक में ऐसे निर्देश दिए गए। पिछले दो साल से कोविड संक्रमण के कारण कोई भी सार्वजनिक पूजा नहीं हो पाई।
चैत्र नवरात्र नजदीक है इस लिहाज से राजनांदगांव के कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जिले के धर्मनगरी डोंगरगढ़ के मां बम्लेश्वरी मंदिर में 2 अप्रैल से प्रारंभ होने वाली चैत्र नवरात्रि पर्व की तैयारी के संबंध में मंदिर ट्रस्ट, समाजसेवी, सेवा पंडाल के पदाधिकारी, पुलिस प्रशासन तथा संबंधित विभागों की बैठक ली।
इस वर्ष नवरात्र पर्व उत्साह से मनाया जाएगा
उन्होंने मां बम्लेश्वरी के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं मेले के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि मां बम्लेश्वरी की कृपा से कोविड-19 संक्रमण के बाद इस वर्ष नवरात्र पर्व उत्साह से मनाया जाएगा। मां बम्लेश्वरी मंदिर में दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु आने की संभावना है।
कलेक्टर सिन्हा ने (Maa Bamleshwari Darshan) कहा कि “जिला व पुलिस प्रशासन, मंदिर समिति, समाजसेवियों एवं आयोजन से जुड़े सभी लोगों का यह प्रयास होनी चाहिए कि मेले के दौरान माता के दर्शन हेतु आने वाले सभी श्रद्धालुओं को आवश्यक सुविधा मुहैया करायी जाय। डोंगरगढ़ आने वाले श्रद्धालुओं एवं पदयात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। इसके लिए उन्होंने जरूरी उपाय एवं व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने कहा।”
पंडाल, साफ पानी और ओआरएस रखें
कलेक्टर ने मंदिर परिसर डोंगरगढ़ में माता के दर्शन हेतु ऊपर एवं नीचे मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने ऊपर मंदिर जाने वाले निचले सीढ़ी से लेकर आवश्यक स्थानों पर बेरिकेटिंग्स आदि की व्यवस्था कराने कहा। गर्मी की मौसम को देखते हुए पंडाल, शुद्ध एवं शीतल पेयजल, ओआरएस आदि की भी प्रबंध करने के निर्देश दिए।
रोपवे के मेन्टेनेंस के दिए निर्देश
कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा (Maa Bamleshwari Darshan) ने मंदिर परिसर के आस-पास एवं डोंगरगढ़ मेें भी साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था कराने को कहा। उन्होंने रोपवे के मेन्टेनेंस आदि की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में रोपवे में ओवर लोडिंग एवं किसी प्रकार की दुर्घटना नहीं होनी चाहिए। पदयात्री मार्गों में पेयजल एवं शौचालय आदि की समुचित प्रबंध करें।