Mukesh Ambani Resigns : आकाश अंबानी बने रिलांयस जियो के चेयरमैन
नई दिल्ली, 28 जून। Mukesh Ambani Resigns : उद्योगपति मुकेश अंबानी ने रिलायंस जियो के निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं, रिलाइंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड ने नॉन एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर आकाश एम अंबानी की कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के चेयरमैन के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
रिलायंस इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani Resigns) के बेटे आकाश अंबानी साल साल 2014 में रिलायंस जियो की बोर्ड से जुड़े थे। आकाश अंबानी की रिलायंस जियो के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स पद पर ताजपोशी की खबरें मुकेश अंबानी के कंपनी के निदेशक मंडल से इस्तीफा देने की खबर के साथ ही आई है।
27 जून को हुई बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में मुकेश अंबानी ने तत्काल प्रभाव ने कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है। जियो की ओर से इस बारे में स्टॉक एक्सचेंज को सूचना दी गई है।
कंपनी की ओर से स्टॉक एक्सचेंज को दी गई सूचना में यह भी बताया गया है कि कंपनी की बोर्ड ने रामिंदर सिंह गुजराल और केवी चौधरी के एडिशनल डायरेक्टर के रूप में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से जुड़ने को भी मंजूरी दे दी है। वे 27 जून से स्वतंत्र निदेशक के रूप में अगले पांच सालों के लिए नियुक्त किए गए हैं। शेयरधारकों के अनुमोदन के बाद ही यह नियुक्तियां मान्य होंगी।
आकाश अंबानी की नियुक्ति 27 जून से प्रभावी होगी। साथ ही, एक और बड़ा बदलाव करते हुए रिलायंस जियो इनफोकॉम लिमिटेड ने पंकज मोहन पवार को 27 जून से कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर पद की जिम्मेदारी सौंप दी है। कंपनी के बोर्ड ने नए चेयरमैन और एमडी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। कंपनी की ओर से 28 जून को स्टॉक मार्केट में एक रेग्युलेटरी फाइलिंग के दौरान इस बारे में जानकारी दी गई है।
ब्राउन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में स्नातक आकाश अंबानी से पहले उनके पिता मुकेश अंबानी कंपनी के चेयरमैन के नाते काम देख रहे थे। मुकेश अंबानी का चेयरमैन पद से उनका इस्तीफा भी बोर्ड ने स्वीकार कर लिया है। इस नियुक्ति को नई पीढ़ी को नेतृत्व सौंपने के तौर पर देखा जा रहा है। मुकेश अंबानी जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड के चेयरमैन बने रहेंगे।
जियो के 4जी इको सिस्टम को खड़ा करने का श्रेय काफी हद तक आकाश अंबानी (Mukesh Ambani Resigns) को जाता है। 2020 में दुनिया भर की बड़ी टेक कंपनियों ने जियो में निवेश किया था, वैश्विक निवेश को भारत लाने में भी आकाश ने खूब मेहनत की थी।