बस्तर, 8 अक्टूबर। Bastar Fighters : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने एक दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान जगदलपुर के लालबाग स्थित सशस्त्र पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय पहुंचे, यहां उन्होंने बस्तर फाइटर्स के नवनियुक्त आरक्षकों से मुलाकात की। उन्होंने आरक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बस्तर में शांति-सुरक्षा के साथ बस्तर के चहुंमुखी विकास में योगदान देना फाइटर्स के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी होगी और पूरा विश्वास है कि बस्तर के युवा इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाएंगे।
फाइटर्स की महत्ती जिम्मेदारी
उन्होंने आगे कहा कि बस्तर पूर्व में ही शांति के टापू के नाम से जाना जाता था, परंतु लाल आतंक के कारण यहां विकास की प्रक्रिया थम सी गई थी। आज परिस्थिति बदल गई हैं और नक्सलवाद काफी हद तक सिमट गया है। अब शीघ्र ही यह अपने शांति के टापू के नाम को सार्थक करेगा। बस्तर के युवाओं को मुख्य धारा में लाने के लिए राज्य शासन द्वारा बस्तर फाइटर्स की नियुक्ति की गई है, जिसमें संभाग के सभी जिले के युवाओं को मौका मिला है। बस्तर संभाग के सभी जिलों के स्थानीय युवाओं की भर्ती के लिए 2100 पदों का सृजन किया गया।
स्थानीय युवाओं को नियुक्त करने का प्रमुख उद्देश्य जनता के बीच विश्वास कायम करना था। अब इन युवाओं का आत्मविश्वास, जोश व जुनून देखकर बहुत खुशी हो रही है। विगत वर्षों में बस्तर में विकास की एक नई बयार चली है और राज्य शासन ने बस्तर के विकास को अब सर्वोच्च प्राथमिकता में रखकर यहां शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे पर पूरा ध्यान दिया है, जिसके कारण ग्रामीणों में शासन के प्रति एक नया विश्वास, नया भरोसा पैदा हुआ है।
बस्तर में शांति-सुरक्षा और विकास के नए युग की हुई शुरुआत
इस दौरान नव प्रशिक्षु आरक्षकों ने भी अपने अनुभव और नियुक्ति के उद्देश्य के संबंध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया। उल्लेखनीय है कि बस्तर फाइटर्स में युवक-युवतियों के साथ-साथ 09 ट्रांसजेंडरों को भी नियुक्त दी गई है, जो कि देश में पहली भर्ती कही जा सकती है। इसके पहले मुख्यमंत्री के पहुंचने पर महिला आरक्षकों के बैंड दल द्वारा स्वागत के लिए मधुर प्रस्तुति दी गई।
पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा और आईजी पी. सुंदरराज द्वारा बस्तर फाइटर्स की भर्ती के बारे में जानकारी दी, कि राज्य शासन द्वारा बस्तर संभाग के अन्तर्गत बस्तर फाइटर्स नामक विशेष बल के गठन हेतु कुल 2800 नवीन पदों की स्वीकृति दी गई है।जिसमें राजपत्रित और अराजपत्रित पुलिस अधिकारियों सहित प्रधान आरक्षक तथा आरक्षक के पद सम्मिलित किए गए हैं। वर्तमान में उक्त स्वीकृति के अनुरूप संभाग के सभी जिलों से कुल 2100 पुलिस आरक्षकों के पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। उक्त विशेष बल के गठन से वनांचल में शांति स्थापना सहित सुरक्षा और विकास कार्यों को बढ़ावा देने के साथ ही नक्सल उन्मूलन अभियान को गति मिलेगी।
इस अवसर पर अध्यक्ष बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड चंदन कश्यप, उपाध्यक्ष बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण विक्रम मंडावी, अध्यक्ष मछुआ कल्याण बोर्ड एम.आर.निषाद, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण मिथिलेश स्वर्णकार, विधायक चित्रकोट राजमन बेंजाम, विधायक कोंडागांव मोहन मरकाम, महापौर सफीरा साहू, सभापति नगर पालिक निगम कविता साहू सहित कमिश्नर बस्तर श्याम धावड़, पुलिस महानिरिक्षक सुंदरराज पी, बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मीणा सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं नव आरक्षक उपस्थित रहे।