ITI Govindpura : प्रधानमंत्री के 9 वर्षीय कार्यकाल में जनता की तकदीर और देश की तस्वीर बदली…आईटीआई गोविन्दपुरा में हुआ जॉब फेयर एवं श्रमिक चौपाल
भोपाल, 29 मई। ITI Govindpura : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में पीएम मित्र पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क के साथ ही ग्लोबल स्किल पार्क प्रारंभ करने की पहल युवाओं को रोजगार प्राप्ति में सहायक है। प्रदेश में हुनरमंद युवा तैयार कर उन्हें रोजगार से जोड़ने का कार्य निरंतर किया जाएगा। समाज की ताकत बनाने के लिए सबसे पहले युवाओं को हुनर देना आवश्यक है। मध्यप्रदेश में लगातार निवेश आ रहा है और निवेश से युवाओं को रोजगार मिल रहा है। युवाओं के कौशल उन्नयन पर सर्वाधिक ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान आज औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था (आईटीआई) गोविंदपुरा में मेगा जॉब फेयर एवं श्रमिक चौपाल को संबोधित कर रहे थे। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। जॉब फेयर में विभिन्न संस्थान द्वारा 640 नियुक्तियाँ दी गई। मुख्यमंत्री चौहान ने मेगा जॉब फेयर एवं श्रमिक चौपाल को उपयोगी बताते हुए चयनित आवेदकों को बधाई दी। चयनित आवेदकों को ऑफर लेटर एवं योजनाओं के स्वीकृति-पत्र का वितरण भी किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी युवाओं को रोजगार देने के लिए चिंतित रहते हैं। साथ ही कौशल उन्नयन पर भी उनका ध्यान है। मेगा जॉब फेयर में 640 युवाओं को आज रोजगार प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रोजगार बहुत आवश्यक है। एक तरफ रोजगार देने वाले लोग हैं जिन्हें दक्ष व्यक्ति चाहिए और दूसरी ओर युवा रोजगार चाहते हैं। ऐसे नौजवान जिन्हें जॉब चाहिए उनके लिए मेगा जॉब फेयर लगाया गया। प्रधानमंत्री मोदी प्रतिमाह रोजगार मेले लगाते हैं। वे ऑफर लेटर अपने हाथों से देते हैं। रोजगार देने का व्यापक अभियान देश में चल रहा है। मध्यप्रदेश में भी अलग-अलग कंपनियों में रोजगार देने और निवेश बढ़ाने के कार्य हो रहे हैं। मध्यप्रदेश टेक्सटाईल हब बन रहा है। साथ ही ऑटोमोबाइल और फार्मा हब भी बन रहा है। खाद्य प्र-संस्करण क्षेत्र में भी कार्य हो रहा है। पीएम मित्र मेगा पार्क धार जिले में प्रारंभ होगा। आईटी सेक्टर भी तेजी से कार्य कर रहे हैं। आने वाले नए निवेश से रोजगार बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने उन संस्थानों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने युवाओं को रोजगार दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना की जानकारी भी दी। श्रमिक कल्याण की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 4 श्रमोदय विद्यालय खोले गए, जहाँ श्रमिकों के बच्चे ही पढ़ते हैं। आगामी अगस्त माह तक एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती का लक्ष्य है। यह कार्य पूरा होने के बाद फिर 50 हजार पदों पर भर्ती का कार्य किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने केंद्रीय मंत्री श्री यादव का स्वागत करते हुए कहा कि उन्होंने मेगा जॉब फेयर में आकर हम सभी का उत्साह बढ़ाया है। वे श्रमिकों के कल्याण के लिए भी प्रयासरत हैं। भोपाल, जबलपुर, नागदा में ईएसआई डिस्पेंसरी और अस्पताल उन्नत किए जा रहे हैं। उन्होंने धार में श्रम मंत्रालय के अंतर्गत मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने के लिए भी आश्वासन दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के सफल 9 वर्ष पूरे हुए हैं। इन सालों में जनता की तकदीर और देश की तस्वीर बदली है। उन्होंने मध्यप्रदेश को चीता स्टेट की पहचान बनाने के लिए बड़ी सौगात दी है। मध्यप्रदेश पहले टाइगर, लेपर्ड और घड़ियाल राज्य था। अब चीता राज्य भी बन गया है। केन्द्रीय मंत्री श्री यादव ने आज कहा है कि आप चिन्ता न करें। जब चीते अन्य क्षेत्र से आते हैं तो उन्हें नए वातावरण में एडजस्ट होने में समय लगता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 3 चीता शावकों की असमय मृत्यु पर मैं काफी चिंतित था। चीतों की समुचित देखभाल के लिए सरकार पूरे प्रयास कर रही है। यह सच है कि पूरे विश्व में चीता शावकों के अस्तित्व का सर्वाइवल रेट कम है, लेकिन हमारे प्रयासों में कमी नहीं रहेगी। इस धरती पर मनुष्य भी रहे और वन्य-प्राणी भी रहे, यह सृष्टि के संतुलन के लिए भी जरूरी है। इस विषय पर भी आज महत्वपूर्ण चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री यादव की मध्यप्रदेश के हितों का ध्यान रखने के लिए प्रशंसा भी की।
केन्द्र सरकार ने की है विभिन्न पोर्टल एकीकृत करने की पहल
केंद्रीय मंत्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में श्रमिकों और निर्धनों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य हो रहा है। नेशनल कॅरियर सर्विस पोर्टल में सवा तीन करोड़ पंजीयन हुए हैं। इसमें आवेदक अलग-अलग बार भी पंजीयन करवाने के लिए पात्र होते हैं। इन पंजीयन में से एक करोड़ 30 लाख का मोबेलाइजेशन किया गया है। करीब 5 लाख एक्टिव वेकेन्सीस की जानकारी सामने आई है। यह पोर्टल लोकप्रिय हो रहा है। यह पोर्टल देश में रोजगार के लिए पुल का कार्य कर रहा है। मेगा जॉब फेयर इसी श्रंखला की कड़ी है। करीब 11 लाख एम्प्लायर रजिस्टर्ड हैं। असंगठित क्षेत्र में रोजगार के लिए ई-श्रम पोर्टल तैयार किया गया है। इसमें करीब 400 तरह के व्यवसायों के लिए 29 करोड़ से अधिक पंजीयन किए जा चुके हैं। केन्द्र सरकार ने 4 विभाग के पोर्टल को एकीकृत करने की पहल की है। इनमें ई-श्रम पोर्टल और एमएसएमई पोर्टल को एकीकृत किया जा चुका है। कौशल उन्नयन विभाग भी इनसे जुड़ा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी की मंशा के अनुरूप हमारा देश नई डिजिटल क्रांति की तरफ तेजी से बढ़ा है।
केन्द्रीय मंत्री यादव ने कहा कि श्रमिक भाइयों के उपचार के लिए बेहतर व्यवस्थाएँ की जा रही हैं। ईएसआई डिस्पेंसरी और अस्पताल सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री के साथ आज हुई बैठक में प्रदेश की अनेक श्रम मंत्रालय की प्रदेश की अनेक स्वास्थ्य संस्थाओं के उन्नयन एवं नई संस्थाएँ प्रारंभ करने पर निर्णायक चर्चा हुई है। आने वाले कुछ समय में इसके अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। केन्द्रीय मंत्री यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश और देश को इस प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन पर गर्व है। इस प्रोजेक्ट को दिन-प्रतिदिन मजबूत बनाया जाएगा।
प्रदेश की तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि आज युवाओं को ऑफर लेटर और योजनाओं के स्वीकृति-पत्र प्रदान किए गए हैं। ग्लोबल स्किल पार्क के विकास में सिंगापुर से सहयोग प्राप्त हुआ है। आने वाले समय में यह एक महत्वपूर्ण कौशल प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में देश के नक्शे में उभरेगा। युवाओं को स्किल पार्क से मदद मिलेगी। श्रीमती सिंधिया ने आज ऑफर लेटर प्राप्त करने वाले युवाओं को बधाई भी दी।
श्रम एवं खनिज संसाधन मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री यादव और मुख्यमंत्री ने युवाओं को रोजगार का साधन उपलब्ध करवाया है। प्रदेश में 10 नये संभागीय आईटीआई में आधुनिक पाठ्यक्रमों का समावेश किया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को लाभान्वित किया। इन हितग्राहियों में गायत्री, सुनीता विश्वकर्मा और लक्ष्मी को ई-श्रम कार्ड दिए गए। संतोष अहिरवार श्रमयोगी, अंबर त्रिपाठी और सुनीता साल्वे संबल योजना में छात्रवृत्ति और पूरन सिंह को कर्मकार मंडल से पंजीयन कार्ड प्राप्त करने की योजना में लाभान्वित किया गया। मुख्यमंत्री ने प्रतीक स्वरूप तीन युवाओं विशाल अहिरवार, ऑपरेटर एमआरएफ कम्पनी और राहुल राजोरिया और ज्योत्सना को असिस्टेंट प्रोफेसर के नियुक्ति पत्र प्रदान किए।
अपर मुख्य सचिव तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मनु श्रीवास्तव ने बताया कि करीब सवा 3 हजार आवेदकों के नाम दर्ज किए गए। पारदर्शी और व्यवस्थित प्रक्रिया से अंतिम रूप से रोजगार के लिए युवाओं का चयन किया गया। केन्द्र और मध्यप्रदेश सरकार के प्रयासों से इस दिशा में निरंतर कार्य किया जाएगा। निगम अध्यक्ष सुल्तान सिंह शेखावत, कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष शैलेन्द्र शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा और कृष्णा गौर, जन-प्रतिनिधि सहित प्रमुख सचिव सचिन सिन्हा और बड़ी संख्या में युवा उपस्थित थे। मेगा जॉब फेयर एवं श्रमिक चौपाल का यह कार्यक्रम तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार तथा श्रम विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। शुभारंभ कन्या-पूजन से हुआ। संजीव श्रीवास्तव आयुक्त रोजगार ने आभार माना।