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PM ka Bhojan : राष्ट्रपति भवन से पीएम निवास तक…! कुक की चयन प्रक्रिया बेहद सख्त…मां के हाथों का स्वाद और सुरक्षा दोनों पर नजर…कैसे होता है चयन…? यहां जानें पूरा प्रोसेस

डेस्क रिपोर्ट, 28 अक्टूबर। PM ka Bhojan : देश के प्रधानमंत्री के भोजन की थाली सिर्फ स्वाद का नहीं, बल्कि सुरक्षा और ज़िम्मेदारी का प्रतीक होती है। प्रधानमंत्री के लिए खाना बनाना एक सामान्य पाक कला नहीं, बल्कि एक गोपनीय और उच्चस्तरीय प्रक्रिया है, जहां हर दाना जांचा-परखा जाता है और हर कुक का चयन विश्वास और अनुभव की कसौटी पर होता है। मसालों से लेकर बर्तनों तक, हर चीज़ सुरक्षा प्रोटोकॉल से गुजरती है, क्योंकि यह रसोई केवल भोजन नहीं, बल्कि राष्ट्र की गरिमा और सुरक्षा से जुड़ी होती है।

1. उच्च श्रेणी की ज़िम्मेदारी

जब देश के प्रधान मंत्री के लिए भोजन तैयार किया जाता है, तो यह कोई सामान्य रसोई कार्य नहीं होता। इसमें सिर्फ स्वाद ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा, स्वास्थ्य, साफ-सफाई और विश्वसनीयता भी बराबर मायने रखते हैं। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि नरेंद्र मोदी के लिए ‘मां का खाना’ जैसा सरल लेकिन उच्च गुणवत्ता वाला भोजन तैयार किया जाता है।

2. चयन-प्रक्रिया और अनुभव

प्रधन मंत्री के कुक (खाना बनाने वालों) का चयन सामान्य भर्ती प्रक्रिया जैसा नहीं होता। आमतौर पर ऐसे कुक पूर्व में उच्च-स्तरीय खानपान, वी.आई.पी. कैटरिंग, सरकारी भवनों में भोजन उपलब्ध कराने वाले विभागों में अनुभव रखते हैं। उदाहरणस्वरूप, भारत के राष्ट्रपति भवन (राष्ट्रपति भवन) में मुख्य रसोइया का पद “Cook / Senior Cook / Head Cook” के पदों से होता है, जिनके लिए अनुभव, पदोन्नति तथा चयन आधारित प्रक्रिया होती है। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि मोदीजी के मुख्य रसोइयों में से एक बद्री मीणा 13 से अधिक वर्षों से काम कर रहे हैं।

3. सुरक्षा एवं स्वच्छता मानक

रसोई में इस्तेमाल होने वाली हर सामग्री, मसाले, सब्ज़ियां, बर्तन, पानी, आदि, सुरक्षा और स्वच्छता के लिए कड़ी जाँच की जाती है। उद्घाटन समारोहों, दूतावासों और अन्य आयोजनों की तैयारियों के दौरान भोजन बनाने और परोसने में विशेष सावधानी बरती जाती है। उदाहरण के लिए, जब राष्ट्रपति भवन में एक उच्च-स्तरीय अतिथि के लिए भोज का आयोजन किया गया था, तो एक रिपोर्ट में इसे त्रुटि-रहित सुविधा बताया गया था।

4. मेन्यू-तैयारी और स्वाद-स्वीकार्यता

प्रधानमंत्री आमतौर पर सादा, घर का बना खाना पसंद करते हैं। शर्मा और अन्य रसोइयों ने बताया कि मेनू तैयार करते समय ‘घर के बने खाने’ की अवधारणा को ध्यान में रखा गया था, जो एक माँ के हाथों से बना भोजन की याद दिलाती है। उदाहरण के लिए, मोदी ने कहा कि विभिन्न संस्कृतियों का भोजन उस क्षेत्र की झलक दिखाता है।

5. विशेष-भोजन अवसरों में तैयारियां

जब बड़े राष्ट्रीय आयोजन होते हैं, जैसे शपथ ग्रहण समारोह या विदेशी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत, तो खानपान की व्यवस्था और भी विस्तृत होती है। उदाहरण के लिए, एक रिपोर्ट में कहा गया है कि शपथ ग्रहण समारोह के लिए मेनू की तैयारी हफ़्तों पहले से शुरू हो जाती है, और दाल को 48 घंटे तक धीमी आंच पर पकाया जाता है।

प्रधान मंत्री के लिए भोजन तैयार करना सिर्फ खाना (PM’s Meal) पकाना नहीं, बल्कि प्रतिष्ठा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और कूटनीति का मिश्रण है। इस काम को अंजाम देने वाले कुक्स और रसोई-स्टाफ में अनुभव, भरोसा और सटीक नियंत्रण होना अनिवार्य है।

यह समाचार विभिन्न इंटरनेट स्रोतों से एकत्रित जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है।

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