Fake Disability Certificate: A major change in the hiring process for individuals with disabilities in Chhattisgarh! Medical board examinations are now mandatory before joining... Strict action ordered against fake certificates.Fake Disability Certificate

रायपुर, 09 नवंबर। Fake Disability Certificate : छत्तीसगढ़ सरकार ने शासकीय सेवाओं में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर होने वाली नियुक्तियों को रोकने के लिए कड़ा और कठोर कदम उठाया है। राज्य में ऐसे मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही थी, जिससे वास्तविक दिव्यांगों के रोजगार के अवसर प्रभावित हो रहे थे।

नए निर्देशों के तहत होंगे दो अनिवार्य चरण

सरकारी सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने सभी विभागों, निगमों, मंडलों और अधीनस्थ कार्यालयों को लिखित आदेश जारी किया है। अब किसी भी दिव्यांग उम्मीदवार को नियुक्ति आदेश जारी करने से पहले निम्नलिखित प्रक्रिया अनिवार्य होगी:

  1. शारीरिक परीक्षण– उम्मीदवार की दिव्यांगता का प्राथमिक सत्यापन।
  2. मेडिकल बोर्ड जांच– दिव्यांग प्रमाण पत्र की वैधता और वास्तविकता की पुष्टि।

सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन दोनों प्रक्रियाओं के बिना कोई नियुक्ति आदेश नहीं जारी किया जाएगा, और निर्देशों की अनदेखी करने वाले विभागों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

फर्जी प्रमाण पत्र के मामले और सुप्रीम कोर्ट तक मामला

बीते कुछ महीनों में राज्य में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने के लगभग 150 से अधिक मामलों की पहचान हुई। इनमें कई प्रकरण हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचे, लेकिन अधिकांश फर्जी कर्मचारी अभी भी सेवा में बने हुए हैं।

सरकार ने इसे सार्वजनिक प्रशासन और नैतिकता की बड़ी चुनौती माना और इसे रोकने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए।

7% आरक्षण और बैकलॉग पदों पर विशेष भर्ती अभियान

सरकार ने यह भी निर्देश दिया है कि दिव्यांगजनों के लिए आरक्षित 7% पदों की भर्ती में देरी नहीं होनी चाहिए।

  • सभी विभाग रिक्त पदों की समीक्षा करें।
  • बैकलॉग पदों पर विशेष भर्ती अभियान तुरंत शुरू किया जाए।
  • भरे और रिक्त पदों की अद्यतन सूची GAD और समाज कल्याण विभाग को भेजी जाए।

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