De-recognition of schools: Big Breaking News! 32 schools have been derecognized! The teacher who hanged a child from a tree has also been punished. See the list of derecognized schools here.De-Recognition of Schools

सूरजपुर, 25 नवंबरDe-Recognition of Schools : सूरजपुर जिले में एक नर्सरी के बच्चे के साथ हुए अमानवीय व्यवहार ने पूरे प्रदेश को स्तब्ध कर दिया है। हंस वाहिनी विद्या मंदिर, नारायणपुर की शिक्षिका काजल साहू ने कथित तौर पर होमवर्क न करने पर मासूम बच्चे को रस्सी से पेड़ पर लटका दिया, जिसके बाद बच्चे की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पालकों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया।

तुरंत प्रशासनिक कार्रवाई

जिला शिक्षा अधिकारी ने घटना की तत्काल जांच कर दोषी शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया। अधिकारियों ने साफ कहा कि इस तरह का अमानवीय कृत्य किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इसी जांच के दौरान पाया गया कि जिले में 32 निजी स्कूल शिक्षा के निर्धारित मानकों पर खरे नहीं उतर रहे थे तथा आवश्यक मूलभूत सुविधाओं का अभाव था। इसके बाद प्रशासन ने इन सभी स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी, जिससे निजी स्कूल संचालकों में हड़कंप मच गया है।

संयुक्त कलेक्टर का बयान

संयुक्त कलेक्टर पुष्पेंद्र शर्मा ने कहा कि, बच्चों की सुरक्षा और अधिकारों से कोई समझौता नहीं होगा। भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों, इसके लिए निजी स्कूलों की नियमित और सख्त जांच की जाएगी। स्थानीय जांच टीम को कई बच्चों ने बताया कि स्कूल में इससे पहले भी शिक्षकों द्वारा अमानवीय दंड दिए जाते थे, जिसमें कुएं में लटकाना जैसी घटनाएं शामिल थीं। इन खुलासों ने प्रशासन को और सतर्क कर दिया है।

जिला प्रशासन का यह त्वरित कदम बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता के प्रति उसकी गंभीरता को दर्शाता है।

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