रायपुर, 28 नवंबर। CG Chamber of Commerce : छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़ के अध्यक्ष सतीश थौरानी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने आज वित्त, वाणिज्य कर, आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओ.पी. चौधरी से सौजन्य भेंट की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश में लागू नई गाइडलाइन दरों और अचल संपत्तियों के पंजीयन शुल्क से जुड़े तकनीकी बिंदुओं पर विस्तृत सुझाव सौंपे।
बैठक सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक माहौल में हुई, जहां व्यापारिक जगत और सरकार के साझा लक्ष्यों पारदर्शिता, नागरिक सुविधा और संतुलित विकास पर गहन चर्चा हुई।
पंजीयन शुल्क पर चेम्बर के सुझाव
प्रतिनिधिमंडल ने वित्त मंत्री को अवगत कराया कि नई गाइडलाइन दरों का प्रभाव विभिन्न वर्गों आवास खरीदारों, उद्यमियों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों और रियल एस्टेट परियोजनाओं पर किस प्रकार पड़ रहा है। चेम्बर ने प्रणाली को और सरल, व्यवहारिक व संतुलित बनाने के लिए कई सुझाव दिए, जिनमें नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में मूल्यांकन के व्यावहारिक पहलू, बहुमंजिला परियोजनाओं के शुल्क निर्धारण में सरलीकरण, नवा रायपुर और अन्य क्षेत्रों में श्रेणी निर्धारण प्रक्रिया को अधिक स्पष्ट करना शामिल हैं।
अध्यक्ष सतीश थौरानी ने कहा कि सरकार द्वारा राजस्व सुधार और आधुनिक प्रक्रियाओं को अपनाने के प्रयास सराहनीय हैं, और उन्हीं को और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से यह तकनीकी सुझाव प्रस्तुत किए गए।
वित्त मंत्री ने दिए सकारात्मक संकेत
बैठक के दौरान वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने चेम्बर की बातों को गंभीरता से सुना और सभी सुझावों पर विभागीय समीक्षा एवं उचित विचार का आश्वासन दिया। चेम्बर ने इसे सरकार और व्यापार जगत के बीच मजबूत संवाद का महत्वपूर्ण कदम बताया।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे ये प्रमुख सदस्य
इस अवसर पर चेम्बर अध्यक्ष सहित सलाहकार तिलोकचंद बरडिया, कार्यकारी अध्यक्ष राधाकृष्ण सुंदरानी, राजेश वासवानी, जसप्रीत सिंह सलूजा, उपाध्यक्ष जितेंद्र शादीजा, मनीष प्रजापति, मंत्री राकेश (जनक) वाधवानी, जतिन नचरानी, ट्रांसपोर्ट चेम्बर अध्यक्ष हरचरण सिंह साहनी, वरिष्ठ व्यवसायी अमित गोयल, सुरेश पिंजानी, सेवक प्रेमचंदानी सहित बड़ी संख्या में व्यापारीगण उपस्थित थे।
चेम्बर ने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार के साथ इसी प्रकार सहभागिता जारी रखते हुए प्रदेश में व्यापार-उद्योग को बढ़ावा देने और नागरिकों की सुविधा के लिए रचनात्मक समाधान भविष्य में भी मिलकर खोजे जाते रहेंगे।

