‘पढ़ई तुंहर पारा ‘कार्यक्रम केसुचारू क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तरीय वेबीनार 7 सितंबर को
रायपुर, 5 सितंबर। कोरोना संक्रमण की इस भीषण महामारी में स्कूलों में तालाबंदी को देखते हुए बच्चों की पढ़ाई जारी रखने हेतु छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रारंभ किए गए ‘पढ़ई तुहर द्वार’के तहत ऑनलाइन कक्षाएं प्रारंभ की गई किंतु जिन बच्चों के पास स्मार्टफोन, इंटरनेट नहीं है, उनके लिए शासन द्वारा “पढ़ई तुंहर पारा ” नामक सामुदायिक विद्यालय प्रारंभ किए गए है। इन सामुदायिक विद्यालय में आ रही चुनौतियों का सामना करते हुए प्रदेश के प्रत्येक स्तर के अधिकारी एवं शिक्षकों के लिए एक राज्य स्तरीय बेबीनार का आयोजन 7 सितंबर 2020 दोपहर 3 बजे एससीईआरटी से किया जा रहा है। इस बेबीनार में एससीआरटी के संचालक डी राहुल वेंकट विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
उक्त आशय की जानकारी देते हुए एससीआरटी के संयुक्त संचालक डॉ योगेश शिवहरे ने बताया कि इस कार्यक्रम ‘पढ़ई तुंहर पारा’, के क्रियान्वयन में शिक्षक सारथी, शिक्षक, प्रधानपाठक, शाला प्रबंधन समिति विद्यार्थी प्रोफेशनल कम्प्यूनिटी आदि सहभागी होगे। इस बेबीनार में, ‘पढ़ई तुंहर पारा’ कार्यक्रम जिन सात अवधारणाओं पर आधारित है ,पर चर्चा की जाएगी।यह अवधारणाएं है- सामुदायिक सहभागिता, बहुकक्षा बहुस्तरीय शिक्षण एवं पीयर लर्निग, गतिविधि आधारित, शिक्षण, वर्कशीट और आकलन के उपकरण, स्थानीय सांस्कृतिक गतिविधियो द्वारा विद्यालयीन पाठ्यक्रम का निर्माण तथा सामुदाय के साथ अंतः क्रिया। राज्य स्तरीय बेबीनार में समस्त जिला शिक्षा अधिकारी, डाइट के प्राचार्य, समग्र शिक्षा के जिला समन्यक, सहायक संचालक, एपीसी, बीईओ, बीआरसी, एबीओ, संकुल समन्वयक, प्राचार्य, प्रधान पाठक, शिक्षक,शिक्षा सारथी, पालक ,जनप्रतिनिधी तथा उन सभी से जो शिक्षा से सरोकार रखते हुए ‘पढ़ई तुंहर द्वार’ के माध्यम से वर्तमान कठिन परिस्थितियों में बच्चों की शिक्षा में अपना योगदान देना चाहते है, सभी को शामिल होने कहा गया है।