छत्तीसगढ

गरीब परिवारों को दाल व 5 किलों अतिरिक्त चावल देने पर केंद्र सरकार का बृजमोहन ने जताया आभार

रायपुर। पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने प्रधानमंत्री गरीब अन्न सहायता योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को 1 किलों दाल व 5 किलों अतिरिक्त चावल निः शुल्क देने की शुरुआत होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति आभार व्यक्त किया है।
बृजमोहन ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार संवेदनशील है। कोरोना आपदा के चलते हुए लॉक डाउन से प्रभावित हुए गरीब परिवारों की पीड़ा को बेहतर ढंग से समझ रही है और उनके हितों की चिंता करते हुए अप्रैल,मई जून माह तक दाल/चना और चावल वितरण कर रही है। इसी तारतम्य में आज भाठागांव रायपुर में चना व चावल का वितरण किया गया है।

लॉक डाउन के तहत निर्देशों का पालन करते हुए दाल वितरण कार्यक्रम में शामिल नही हुए बृजमोहन

केंद्र सरकार की योजना के तहत गरीब परिवारों को दाल/चावल वितरण का आयोजन रायपुर शहर में रखा गया था। जिसमे खाद्य मंत्री अमरजीत भगत शामिल हुए। इस आयोजन में पूर्व मंत्री एवं स्थानीय विधायक बृजमोहन अग्रवाल भी आमंत्रित थे परंतु वे लॉक डाउन के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए शामिल नही हुए।
इस संबंध में बृजमोहन ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र के भाठागांव में भी राशन दुकान के माध्यम से वितरण हेतु कार्यक्रम आयोजित था। मेरा मानना है कि लॉक डाउन में किसी भी तरह का शासकीय भीड़ भरा आयोजन नही होना चहिए। अनाज का वितरण शुरू कर देना था पर ऐसे आयोजन की आवश्यकता नही थी जिसमे सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हो। हम जनप्रतिनिधियों का कर्तव्य है कि लॉक डाउन में सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करें। अगर हम नही करेंगे तो जनता हमारी अपील क्यों मानेगी? इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए इस आयोजन में मैं शामिल नही हुआ।

जनप्रतिनिधियों व संगठनों नेतृत्वकर्ताओं से बृजमोहन का आग्रह

बृजमोहन अग्रवाल ने समस्त जनप्रतिनिधियों और विभिन्न संगठनों के नेतृत्वकर्ताओं से कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य रूप से किए जाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि सभी लोग मॉस्क लगाकर अनिवार्य रुप से चलें तथा अपने साथियों को भी इस हेतु प्रेरित करें।

भाजपाईयों से कहा घरों में या महिला स्वसहायता समूहों से मॉस्क बनवाये और बांटे

बृजमोहन अग्रवाल ने भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा है कि कोरोना संकट को देखते हुए हमें स्वयं से ही अपने घरों या महिला स्वसहायता समूहों से मॉस्क तैयार करवाकर जनता में वितरित करना चाहिए। राज्य में कोरोना का खतरा अभी टला नही है। जनता को कम से कम 6 माह तक मॉस्क लगाना ही होगा। ऐसे में जनता की बेहतर सेहत के लिए उनकी आवश्यकताओं का ध्यान हमे भी रखना और हर संभव सहयोग करना होगा।

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