कोरोना वायरस से जंग: जिला प्रशासन द्वारा ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों को दिया जाएगा निःशुल्क मास्क और साबुन

0 कलेक्टर श्री एल्मा ने लोगो से मास्क और हैंड वाश को अपने दिनचर्या में शामिल करने की अपील की
नारायणपुर। कोरोना महामारी के संक्रमण के प्रसार से जंहा समूचे प्रदेश एवं देश परेशान हैं, तो वही नारायणपुर जिले में इसके संक्रमण को रोकने के लिए कलेक्टर पी एस एल्मा तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रेम कुमार पटेल द्वारा जिले के नगरीय क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रो में भी अनेकों प्रयास किये जा रहे हैं। जिला प्रसाशन द्वारा कोरोना संक्रमण से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगो को जागरूक करने के लिए जिले की सभी 108 ग्राम पंचायतों के सभी ग्रामीणों को महिला स्व सहायता समूह द्वारा निर्मित 2 मास्क का निःशुल्क वितरण किया जाएगा तथा जरूरतमंदों को साबुन भी प्रदान किया जायेगा।
कलेक्टर पी एस एल्मा ने जिलेवासियों से अपील की है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क और हैंड वाश करने को अपने दिनचर्या में शामिल करें। हाथों को बार-बार धोते रहें तथा घरों से बाहर मास्क पहन कर ही निकले, जिससे कोरोना के साथ साथ अन्य बीमारी से भी बचा जा सकेगा। जिसके उपयोग से ग्रामीणो को संक्रमण से बचाने में आसानी होगी। महिल स्व सहायता समूह द्वारा मास्क का निर्माण भारत सरकार द्वारा जारी निर्धारित मानकों के आधार पर निर्मित किया जाएगा। जिसमे बड़ों एवं बच्चो के लिए अलग अलग साइज के मास्क का निर्माण किया जाएगा। मास्क वयस्क व्यक्ति के लिये 9/7 इंच का तथा बच्चों के लिये 7/5 इंच लम्बाई चौड़ाई आकार का आवश्यक है।
कोरोना महामारी के संकट में स्वास्थ्य सुरक्षा संबंधी सामाग्रियों का बड़ा अभाव होना एक समस्या बन रहा था। लेकिन राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जुड़ी बिजली गांव की जय श्री कृष्णा महिला स्व सहायता समूह साबुन तथा ग्राम संगठन भाटपाल, बेनूर और धौड़ाई कि 25 महिलाएं मास्क बना रही है। इन ग्रामीण महिलाओं ने इस समस्या का निदान निकाल लिया है और रात-दिन महेनत कर मास्क तैयार कर रही है। महिलाओं के समूहों द्वारा बनाये गये मास्क जिलेवासियों के लिए उपयोगी साबित हो रहे हैं। इससे उनके लिए सेवा के साथ ही आय का जरिया भी मिल रहा है।
कोरोना महामारी संकट के चलते बडी संख्या में लोग पलायन कर जिले के गावों में लौटे है। इस परिस्थिति में स्वास्थ विभाग की टीम भी बाहर से आने वाले लोंगो को मास्क उपलब्ध नही करा पा रही है। क्योंकि देश की सबसे बडी आपदा में स्वास्थ्य सामग्री सभी जगहों के लिये उपलब्ध हो पाना असंभव सा है। स्वच्छ भारत मिशन तथा 14वें वित्त आयोग की राशि का उपयोग ग्राम पंचायतों में मास्क और साबुन बांटने के लिए किया जा रहा है।