चांदपुर/बिजनौर, 24 नवंबर। CMO : उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य संगीता जैन अग्रवाल ने सोमवार को चांदपुर के एक निजी नर्सिंग होम पर छापा मारा, जहां मुजफ्फरनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. सुनील तेवतिया प्राइवेट प्रैक्टिस करते हुए पकड़े गए। टीम को देखकर डॉक्टर घबराकर टॉयलेट में जाकर छिप गए, जिन्हें पुलिस बुलाकर बाहर निकाला गया।
निजी प्रैक्टिस न करने की दी चेतावनी
सूचना मिलने पर महिला आयोग की टीम अचानक नर्सिंग होम पहुंची। टीम को देखते ही डॉ. तेवतिया टॉयलेट में घुसकर छिप गए। काफी देर तलाश के बाद पुलिस ने उन्हें बाहर निकाला। बाहर आते समय उनके चेहरे पर पसीने की बूंदें साफ दिखाई दे रही थीं, जिसे वे रुमाल से पोंछ रहे थे। जब उनसे पूछा गया कि वे क्यों छिपे, तो डॉक्टर ने सफाई दी, मैं तो बस टॉयलेट गया था।
इस पर आयोग की सदस्य ने उनको कड़ी फटकार लगाई। संगीता अग्रवाल ने बताया कि दो महीने पहले भी उन्हें निजी प्रैक्टिस न करने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया।
फीस और मरीजों को लेकर जमकर बहस
छापेमारी के दौरान डॉक्टर और महिला आयोग की सदस्य के बीच तीखी बहस हुई। डॉक्टर की पत्नी ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि वे सिर्फ घर आए थे और किसी मरीज को नहीं देख रहे थे। इसी बीच, मौजूद मरीज ने बताया कि डॉक्टर एक विजिट के ₹300 लेते हैं। इस पर आयोग की सदस्य ने नाराजगी जताई और कहा, सेवा करनी है तो पैसा क्यों लेते हैं?
FIR की तैयारी, मंत्री को भेजी जाएगी रिपोर्ट
संगीता जैन अग्रवाल ने कहा कि वे मामले में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री को रिपोर्ट भेजेंगी। उन्होंने बताया कि डॉ. तेवतिया के खिलाफ FIR दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। पुलिस ने भी घटनास्थल पर डॉक्टर को फटकार लगाई। महिला आयोग की सदस्य ने उन्हें तत्काल मुजफ्फरनगर स्थित अपने सरकारी पदस्थ स्थान पर लौटने की चेतावनी दी।

