Congress Silent Protest : CM बघेल बोले- क्या रविंद्र नाथ टैगोर से बड़ा हो गया है…?
रायपुर, 31 दिसंबर। रायपुर में कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता मौन धरने पर बैठ गए। गांधी मैदान में खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस मौन धरने के नेतृत्व में शामिल होने पहुंचे। यहां पार्टी के अध्यक्ष मोहन मरकाम भी मौजूद रहे। यहां रघुपति राघव राजा राम, गांधी मेरा अभिमान सबको सन्मति दे भगवान जैसे भजन यहां गाए गए। इसके साथ ही कुछ छोटे बच्चे मंच पर गांधी की वेषभूषा में थे। इस दौरान महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा सहित नेता व मंत्री बैठे रहे।
कार्यक्रम में कुछ देर मौन धरना प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री ने मंच से सभी को संबोधित किया। भूपेश बघेल 26 दिसंबर को रायपुर की धर्म संसद में महाराष्ट्र के संत कालीचरण द्वारा दिए गए बयान को लेकर अपनी प्रतिक्रिया मंच से दे रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे जगह पर राजनीति और महात्मा गांधी के खिलाफ बातें हुईं। सन 1934-35 में जब महात्मा गांधी रविंद्र नाथ टैगोर के आश्रम में गए, तो टैगोर ने उनके स्वागत में गीत लिखा ‘जोदी केऊ डाक सुने तोर ना आसे तबे एकला चलो रे…’, तब उन्होंने स्वागत भाषण में महात्मा शब्द का प्रयोग किया। तो ये लोग जो खिलाफ बोल रहे हैं, क्या रविंद्र नाथ टैगोर से बड़ा हो गया है?
धर्म संसद छोड़कर अधर्म की बात करने कहाँ से आये?
CM ने एक धर्म संसद चल रहा है और उसमें धर्म को छोड़ अधर्म की बात करने कहां से आ गया। उन्होंने आगे कहा कि धार्मिक बातें धर्म संसद में होती हैं। वहां सभी धार्मिक गतिविधियों से जुड़े संत और ऋषि आते हैं, इसलिए यह धर्म संसद है। ऐसे जगह पर राजनीति और महात्मा गांधी के खिलाफ बातें हुईं। सीएम ने कहा वो कालीचरण है या गालीचरण है। क्या उसे सिर्फ गाली देने के लिए भेजा गया था? छत्तीसगढ़ में उन्हें कभी नहीं देखा गया अचानक प्रकट हुए और महात्मा गांधी हत्यारे गोडसे की प्रशंसा करने लगे। महात्मा गांधी के लिए आपत्ती जनक भाषा का इस्तेमाल किया।
अमेरिका भी मानता है गांधी को
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि महात्मा गांधी के कातिल गोडसे की विचारधारा के लोग आज भी हमारे बीच हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति भी कहते हैं कि हमें गांधी के बताए रास्तों पर चलना होगा। जब चुनाव आते हैं ऐसे लोग देश की जनता को गुमराह करते हैं। सरकारें आती रहेंगी, लेकिन देश का स्वाभिमान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी को देश-दुनिया के लोग मानते है।
मामला यू शुरू हुआ
26 दिसंबर को रायपुर की धर्म संसद में अकोला महाराष्ट्र के रहने वाले कालीचरण ने कहा था 1947 में मोहनदास करमचंद गांधी ने उस वक्त देश का सत्यानाश किया। नमस्कार है नाथूराम गोडसे को, जिन्होंने उन्हें मार दिया। विवादित बयानों को देखकर पहले धारा 294, 505(2) के तहत मामला दर्ज हुआ था। अब धारा राजद्रोह के मामले में केस दर्ज है। कालीचरण 1 जनवरी तक रायपुर की पुलिस कस्टडी में हैं। कांग्रेस इन्हीं बयानों का विरोध कर रही है।