छत्तीसगढराज्य

Khairagarh Election Polling : 78% वोटिंग, 16 अप्रैल को होगा भाग्य का फैसला

राजनांदगांव, 12 अप्रैल। Khairagarh Election Polling : बहुप्रतिष्ठित खैरागढ़ चुनाव के लिए मतदान समाप्त होने के बाद, सभी दलों की साख दांव पर है। रिपोर्ट के मुताबिक शाम 5 बजे तक की करीब 78% वोटिंग हुई है, जो पिछली विधानसभा चुनाव की अपेक्षा में 7% कम है।

पिछली बार के मुकाबले 7% कम मतदान

पिछले बार 2018 के विधानसभा चुनाव में 84.59% वोटिंग यहां हुई थी। यहां सुबह से कई जगह पर वोटिंग करने के लोगों में खासा उत्साह देखा गया। नक्सल इलाके में भी बड़ी संख्या में लोग वोटिंग करने पहुंचे। अब उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 16 अप्रैल को होगा।

शहर से लेकर गंडई और साल्हेवारा के अंतिम छोर तक के बूथों पर देर शाम तक मतदान दल पहुंच चुके थे। मतदान के लिए करीब 1 हजार 164 अधिकारियों और कर्मचारियों की डयूटी लगाई गई थी। इसके बाद अगले दिन मंगलवार को यहां सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हुई थी, जो शाम 5 बजे तक चली।

इतने बजे तक इतना मतदान

9 बजे तक17%
11.30 बजे तक34.56%
3 बजे तक65.68%
5 बजे तक78%

गर्मी भी लोगों को घर में बांध नहीं पाई

नक्सल प्रभावित क्षेत्र (Khairagarh Election Polling) उस पर गर्मी लोगों को घर में बांध नहीं पाई, चिलचिलाती धूप में भी बूथ पर अपना कीमती वोट डालते नजर आए। हालांकि कुछ केंद्रों में गर्मी के चलते सन्नाटा पसरा रहा। बाद में यहां कुछ लोग वोट करने जरूर पहुंचे। वहीं नक्सल प्रभावित क्षेत्र हाथी झोला में भी भी वोट करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। गर्मी के मद्देनजर यहां लोगों को पानी पिलाने की व्यवस्था भी की गई थी। कुछ लोग तो नीचे दरी में बैठकर अपनी बारी आने का इंतजार करते रहे। साथ ही अलग-अलग मतदान केंद्रों में व्हील चेयर में बैठकर भी लोग वोट करने पहुंच गए।

बीजेपी प्रत्याशी धरने पर बैठ गए थे।

धरने पर बैठी BJP प्रत्याशी कोमल जंघेल

बाद में छुईखदान के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में बने बूथ पर हंगामा हो गया था। यहां भाजपा प्रत्याशी मतदान केंद्र के अंदर जा रहे थे। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। आरोप है कि उनका हाथ पकड़ लिया गया। इसके बाद कोमल जंघेल ने नाराजगी जताई और पुलिसकर्मी को वहां से हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। इसके बाद अफसर वहां पहुंचे और जंघेल से बात की। अफसरों ने बताया कि प्रत्याशी को पहचान नहीं पाने के कारण दिक्कत हुई, जवान को वहां से हटा दिया जाएगा। इसके बाद कोमल जंघेल ने धरना खत्म कर दिया।

जनता कांग्रेस का कोई जनाधार नहीं

दूसरी ओर भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल ने परिवार सहित अपने गांव घिरघोली में बने बूथ पर मतदान किया। मतदान के बाद कोमल जंघेल ने कहा कि जनता का भरपूर प्यार और समर्थन मिला है। क्षेत्र की जनता का आशीर्वाद है, जीत होगी। उन्होंने कहा कि सीधा मुकाबला कांग्रेस से है, जनता कांग्रेस का कोई जनाधार नहीं है। दावा किया कि कांग्रेस के घोषणा-पत्र का कोई प्रभाव जनता में नहीं पड़ा है। भाजपा प्रत्याशी के गांव में 1 घंटे में ही करीब 30 फीसदी वोट पड़ चुके हैं।

कांग्रेस प्रत्याशी ने किया जीत का दावा

कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने ग्राम देवारीभाट के शासकीय प्राथमिक शाला पहुंच कर मतदान किया और अपनी जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जीत तय है लोगों का विश्वास उन्हें मिलेगा अगर कांग्रेस जीती है तो निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खैरागढ़ को जिला बनाएंगे।

इतने मतदाता और इतने उम्मीदवार

कुल उम्मीदवार10
कुल मतदाता2 लाख 11 हजार 516
पुरुष मतदाता1 लाख 6 हजार 290
महिला मतदाता1 लाख 5 हजार 250
विभा सिंह

दिवंगत पूर्व विधायक देवव्रत सिंह की पत्नी ने डाला वोट

खैरागढ़ के दिवंगत पूर्व विधायक देवव्रत सिंह की पत्नी विभा सिंह खैरागढ़ के पॉलीटेक्निक कॉलेज में मतदान केंद्र क्र. 222 में मतदान करने पहुंची। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि खैरागढ़ विधानसभा को अच्छा से अच्छा बनाने की कोशिश रहेगी और अभी जिला,तहसील और उपतहसील को लेकर जो घोषणा हुई है उसे लेकर मैं उत्साहित हूं। वही दिवंगत राजा देवव्रत सिंह की आदमकद प्रतिमा को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि कांग्रेस चुनाव जीेते या नहींं जीतने पर भी उनकी आदमकद प्रतिमा जरूर बनाएगी। लेकिन यदि कांग्रेस उनकी आदमकद प्रतिमा नहीं बनाती है तो मैं उनकी आदमकद प्रतिमा बनवाऊंगी।

ये थी प्रशासनिक तैयारी

खैरागढ़ उपचुनाव (Khairagarh Election Polling) के लिए प्रशासन ने 291 मतदान केंद्र बनाए थे। इन बूथों पर 2 लाख 11 हजार 516 मतदाता प्रत्याशी के भाग्य का फैसला करना था। 10 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें भाजपा, कांग्रेस और JCCJ के अलावा ज्यादातर निर्दलीय थे।

Khairagarh Election Polling: 78% voting, fate will be decided on April 16

मैदान में यह 10 उम्मीदवार

  • यशोदा वर्मा – कांग्रेस
  • कोमल जंघेल – भाजपा
  • नरेंद्र सोनी – जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़
  • मोहन भारती – राष्ट्रीय जनसभा पार्टी
  • अरुणा बनाफर – निर्दलीय
  • साधुराम धुर्वे – निर्दलीय
  • नितिन कुमार भांडेकर – निर्दलीय
  • विप्लव साहू – फॉरवर्ड डमेक्रेटिक लेबर पार्टी
  • ढालचंद साहू – आम्बेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया
  • संतोषी प्रधान – गोंडवाना गणतंत्र पार्टी

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button