धर्म डेस्क, 20 नवंबर। Grahan 2026 : नया साल 2026 शुरू होने में अब कुछ ही दिन शेष हैं, और इसी के साथ लोगों में आने वाले वर्ष के ग्रहणों को लेकर उत्सुकता बढ़ने लगी है। द्रिक पंचांग के अनुसार वर्ष 2026 की शुरुआत दो महत्वपूर्ण खगोलीय घटनाओं सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण से होगी। जानिए इन दोनों ग्रहणों की तिथि, समय और कहां-कहां दिखाई देंगे।
साल 2026 का पहला सूर्य ग्रहण 17 फरवरी 2026
नए साल का पहला ग्रहण सूर्य ग्रहण होगा, जो 17 फरवरी 2026, मंगलवार को पड़ेगा। यह सूर्य ग्रहण फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को लगेगा।
कैसा होगा ग्रहण?
यह ग्रहण एक वलयाकार सूर्य ग्रहण (Ring of Fire) होगा। इस दौरान सूर्य आग की गोलाकार अंगूठी जैसा दिखाई देगा, जिसे खगोलीय दृष्टि से अत्यंत दुर्लभ और अद्भुत माना जाता है।
कहां दिखाई देगा?
यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। हालांकि, यह अंटार्कटिका, दक्षिण-पूर्वी अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों और अटलांटिक, हिंद और प्रशांत महासागरों के इलाकों में दिखाई देगा।
साल 2026 का पहला चंद्र ग्रहण 3 मार्च 2026
द्रिक पंचांग के अनुसार वर्ष 2026 का पहला चंद्र ग्रहण 3 मार्च 2026 को फाल्गुन पूर्णिमा के दिन लगेगा। खास बात यह है कि उसी दिन होली का पर्व भी मनाया जाएगा, जिससे यह संयोग और भी विशेष बन जाता है।
कैसा होगा ग्रहण?
यह एक खंडग्रास चंद्र ग्रहण होगा। ग्रहण का समय, शाम 6:26 बजे से 6:46 बजे तक और कुल अवधि 20 मिनट का होगा।
कहां दिखाई देगा?
यह चंद्र ग्रहण इन क्षेत्रों में दिखाई देगा, भारत, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तर अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका। चूंकि यह ग्रहण भारत में दृश्यमान होगा, इसलिए यहां सूतक काल भी मान्य रहेगा।
साल 2026 की शुरुआत खगोलीय दृष्टि से बेहद खास रहने वाली है। फरवरी में लगने वाला वलयाकार सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, लेकिन मार्च का चंद्र ग्रहण देशभर में दिखाई देगा। खासकर होली के दिन होने वाला यह खगोलीय योग लोगों में उत्साह और वैज्ञानिक जिज्ञासा दोनों बढ़ाएगा।

