रायपुर, 12 अगस्त। Heavy Rain in CG : छत्तीसगढ़ के दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों में भारी बारिश हुई है। बस्तर में बारिश ने कहर बरपा दिया है। नदी-नाले उफान पर है। हाईवे डूब गए हैं, जिससे छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग से ओडिशा, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश का संपर्क टूट गया है।
बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले में भारी बारिश हुई है। संभाग की इंद्रावती, शबरी, मलगेर, तालपेरू, मिंगाचल, डंकनी और शंखनी नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया। मौसम विभाग ने पहले दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी बस्तर के 7 जिलों के लिए 72 घंटे का रेड अलर्ट जारी किया था। इस दौरान खूब बारिश हुई। इसके बाद मौसम विभाग ने मध्य छत्तीसगढ़ यानी रायपुर और दुर्ग संभाग में 24 घंटों के लिए 18 जिलों में ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया था।
उत्तरी छत्तीसगढ़ के सरगुजा क्षेत्र में कम बरसात से बढ़ी चिंता
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के मुताबिक मॉनसून द्रोणिका सौराष्ट्र, अहमदाबाद, रायसेन, सीधी, रांची, पुरुलिया, दीघा और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित (Heavy Rain in CG) है। प्रदेश में 12 अगस्त को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। इस दौरान आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। दो दिनों की तेज बारिश के बाद रायपुर शहर के निचली बस्तियों में पानी भर गया था। इधर भारी बारिश के बाद खेती-किसानी के काम में भी तेजी आ गई है। अच्छी बारिश से किसानों की चिंता दूर हो गई है। छत्तीसगढ़ के आधे हिस्से में अच्छी बारिश हुई है, लेकिन उत्तरी छत्तीसगढ़ में अभी भी सूखे के हालात हैं।
बस्तर, दुर्ग और रायपुर संभाग में अच्छी बारिश
बस्तर संभाग के बीजापुर में औसत से 126% अधिक बारिश हुई है। बस्तर संभाग के दंतेवाड़ा, सुकमा, जगदलपुर, कांकेर और नारायणपुर में अच्छी बारिश हुई है। रायपुर संभाग के बलौदाबाजार-भाटापारा, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद तीन दिनों में अच्छी बारिश हुई है। दुर्ग जिले के कबीरधाम, राजनांदगांव, दुर्ग-भिलाई और बेमेतरा बारिश से सूखा खत्म हुआ है।
उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग में अभी भी सूखे जैसे स्थिति है। यहां सबसे कम बारिश हुई है। गुरुवार तक यहां 291.7 मिमी बरसात हुई। यह औसत से 63% फीसदी कम है। सूरजपुर, बलरामपुर, जशपुर, कोरिया और बिलासपुर संभाग के कोरबा जिले में भी बारिश सामान्य से कम है। सीएम भूपेश बघेल ने सरगुजा संभाग में नजरी आकलन के निर्देश जारी किए हैं।
शिवनाथ नदी के बाढ़ में फंसे 11 को सुरक्षित निकाला
दो दिनों की भारी बारिश के बाद शिवनाथ नदी उफान पर है। राजनांदगांव के मोंगरा बैराज से 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने से शिवनाथ नदी के किनारे बसे गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। कई जिंदगियां भी बाढ़ में फंस गई, जिन्हें SDRF की टीम ने सुरक्षित निकाला। दुर्ग जिले के नंदिनी थाना अंतर्गत ग्राम हरदी में बाढ़ में फंसे 8 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
दुर्ग के ग्राम डंडेसरा रात्रि से शिवनाथ नदी के किनारे सूखा नाला में एक बाड़ी (Heavy Rain in CG) में फंसे दंपति रमेश कुमार और रामपति को दुर्ग SDRF ने सुरक्षित निकाला। दुर्ग जिले के भरदा गांव में भी टोमन लाल ठाकुर, सहदुल यादव, पारसनाथ यादव को निकाला गया। कोनारी भरदा गांव में ईट भट्टे में यह फंस गए थे। दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा रात 2 बजे तक बाढ़ से प्रभावित इलाकों का दौरा करते रहे। रिहायशी इलाकों में भी गए, जहां बारिश का पानी भर गया था।