रायपुर, 07 अक्टूबर। Howrah-Ahmedabad Express : दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर रेल मंडल से आज एक अनूठी और संवेदनशील पहल देखने को मिली जब रायपुर के जंगल सफारी की अस्वस्थ बाघिन ‘बिजली’ को इलाज के लिए गुजरात भेजा गया। हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस (12834) की पार्सल वैन (SLRD कोच) में वनतारा जामनगर वाइल्डलाइफ रेस्क्यू एंड केयर सेंटर के लिए यह विशेष रूप से प्रबंध किया गया।
लंबे समय से बीमार थी ‘बिजली’
जंगल सफारी रायपुर के अधिकारियों के अनुसार, ‘बिजली’ नामक यह बाघिन 22 अगस्त 2025 से बीमार चल रही थी। उसे भोजन करने में परेशानी हो रही थी और स्थानीय स्तर पर उपचार जारी था। लेकिन बेहतर और उच्च स्तरीय पशु चिकित्सा सुविधा के लिए इसे गुजरात के वाइल्डलाइफ सेंटर भेजने का निर्णय लिया गया।
रेलवे का सराहनीय कदम
बाघिन के इलाज को लेकर जंगल सफारी के अधिकारियों ने जब वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अवधेश कुमार त्रिवेदी से संपर्क किया, तब मंडल रेल प्रबंधकदयानंद ने मामले की गंभीरता को तुरंत समझा और आवश्यक कार्रवाई करते हुए हावड़ा मुख्यालय से समन्वय किया।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि, ट्रेन में यात्रियों को कोई असुविधा न हो। बाघिन की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित की जाए। समयबद्ध तरीके से बाघिन को ट्रेन में लादा जाए।
‘बिजली’ को रेलवे की विशेष व्यवस्था के तहत पार्सल वैन में सुरक्षित रूप से लोड किया गया और इलाज हेतु गुजरात के जामनगर स्थित वनतारा रेस्क्यू सेंटर के लिए रवाना किया गया। ट्रेन के प्रस्थान के समय सुरक्षा और वन विभाग की टीम भी स्टेशन पर मौजूद रही।
यह पहल क्यों है खास
आमतौर पर जंगली जानवरों को सड़क मार्ग से ले जाया जाता है। लेकिन इस बार रेलवे ने (Howrah-Ahmedabad Express) संवेदनशीलता दिखाते हुए ट्रेन के ज़रिए तेज़ और सुरक्षित ट्रांसपोर्टेशन सुनिश्चित किया। यह कदम पशु कल्याण और रेलवे-वन विभाग के तालमेल का बेहतरीन उदाहरण है।

