Inspire Award : साइंस मॉडल स्पर्धा जीतकर जापान जा सकेंगे नन्हें वैज्ञानिक
अब तक 53,398 रजिस्ट्रेशन, बेहतर आइडिया में निवेश करेगी सरकार
रायपुर, 23 अक्टूबर। प्रदेशभर के विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रूचि और रूझान बढ़ानेे, उनमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण और तर्क क्षमता का विकास करने इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के लिए पंजीयन जारी है। शिक्षा विभाग ने इस साल 70 हजार पंजीयन का लक्ष्य रखा है, जबकि अभी तक 53 हजार 398 विद्यार्थी पंजीयन करा चुके हैं।
इसमें राष्ट्रीय स्तर पर चयनित विद्यार्थियों को सरकार जापान घुमाने ले जाएगी, साथ ही कुछ प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्रवेश में कुछ अंकों की छूट भी मिलेगी। साथ ही विज्ञान मॉडल और विचारों को बेहतर बनाने के लिए केंद्र सरकार निवेश भी करेगी।
नन्हें वैज्ञानिकों के लिए सुअवसर
लोक शिक्षा आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बताया, इंस्पायर अवॉर्ड नन्हें बाल वैज्ञानिकों को अवसर देने का एक प्रयास है। इसमें राज्य के सभी विद्यालयों से कक्षा 6वीं से 10वीं तक के विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं। प्रत्येक माध्यमिक स्तर के विद्यालय से तीन और हाई स्कूल स्तर के विद्यालय से दो नए आइडिया का पंजीयन कराया जा सकता है। यह आयोजन केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान से संचालित होता है।
चयनित प्रतिभागियों को मॉडल बनाने मिलेंगे दस हजार रुपए
ऐसे विद्यालय जहां पूर्व माध्यमिक तथा हाई स्कूल एक साथ संचालित हों, वहां से पांच नए आइडिया का पंजीयन कराया जा सकता है। संबंधित विद्यालय के प्रधान पाठक अथवा प्राचार्य द्वारा या संस्था के विज्ञान शिक्षक के सहयोग से पंजीयन की प्रक्रिया पूर्ण कराई जाती है। पंजीकृत आइडिया या प्रोजेक्ट को भारतीय नव प्रवर्तन प्रतिष्ठान अपने मानकों पर परखता है। वहां से चयन होने के बाद प्रतिभागी को 10 हजार रुपए की मदद दी जाती है, ताकि वह अपना मॉडल बना सके। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में चयनित विद्यार्थियों को सकुरा अवॉर्ड योजना के तहत जापान भ्रमण पर भेजा जाता है।
जिलास्तर से शुरू होती है प्रतियोगिता
वैज्ञानिक विचारों और मॉडल की यह प्रतियोगिता जिलास्तर से शुरू होती है। चयनित विद्यार्थी अपने मॉडल के साथ जिलास्तरीय प्रदर्शनी में भाग लेते हैं। यहां से चयन के बाद संभागस्तर और फिर राज्यस्तर पर प्रतियोगिता होती है। राज्यस्तरीय प्रतियोगिता के बाद चुने गए विद्यार्थियों को मेंटरशिप कार्यक्रम से जोड़ा जाता है।
एनआईएफ ऐसे विद्यार्थियों के लिए प्रदेश के बाहर किसी आईआईटी या एनआईटी में प्रशिक्षण कराती है। इसमें आइडिया और मॉडल को बेहतर बनाने पर काम होता है। यह दो या तीन दिन का आवासीय प्रशिक्षण है। इसमें शामिल प्रतिभागियों को अपने प्रोजेक्ट मॉडल को और अच्छा बनाने अथवा सुधारने के लिए अधिकतम 50 हजार रुपए तक की मदद की जाती है।
दिल्ली में प्रतियोगिता, राष्ट्रपति भवन में प्रदर्शनी
मेंटरशिप कार्यक्रम के बाद नई दिल्ली में नेशनल प्रतियोगिता होती है। इसमें चयनित श्रेष्ठ 60 मॉडल प्रोजेक्ट का प्रदर्शन राष्ट्रपति भवन में फेस्टिवल ऑफ इनोवेशन (नवप्रवर्तन) उत्सव में किया जाता है। यहां प्रतिभागियों को राष्ट्रपति के साथ मिलने और बात करने का अवसर भी मिलता है।
इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश में छूट
अधिकारियों ने बताया, इंस्पायर अवॉर्ड की राष्ट्रीय प्रदर्शनी में शामिल सभी प्रतिभागियों को देश के कुछ प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश में 6 अंक अतिरिक्त मिलता है। राष्ट्रीय प्रदर्शनी में पुरस्कार प्राप्त प्रतिभागियों को 10 अंक का प्रावधान है। यह प्रतिभागी के करियर के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है।