रायपुर, 18 नवम्बर। ISIS Module Busted : आतंकवाद विरोधी दस्ता (ATS) ने रायपुर में ISIS का कैडर तैयार करने के लिए चल रही साजिश का भंडाफोड़ किया है। देर रात की गई एक बड़ी कार्रवाई में ATS ने दो युवाओं को गिरफ्तार किया, जिनका संबंध पाकिस्तान-आधारित ISIS मॉड्यूल से था।
ATS की जांच में सामने आया कि ISIS के पाकिस्तानी हैंडलर सोशल मीडिया के माध्यम से भारतीय युवाओं और किशोरों को कट्टरपंथी बना रहे थे। जांच के दौरान पता चला कि ये हैंडलर फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल्स, विशेषकर इंस्टाग्राम आईडी का उपयोग कर रहे थे। इन प्रोफाइल्स के जरिए नाबालिगों को भारत-विरोधी संदेश, कट्टरपंथी विचारधाराएं और उग्र हिंसा को बढ़ावा देने वाली सामग्री भेजी जा रही थी।
पाकिस्तानी हैंडलरों के इंस्टाग्राम ग्रुप में शामिल किए गए किशोर
ATS के अनुसार, पाकिस्तान में स्थित ISIS मॉड्यूल ने दो नाबालिग भारतीय किशोरों को अपने इंस्टाग्राम ग्रुप चैट में शामिल किया था। जहां उन्हें लगातार ISIS की विचारधारा से प्रभावित करने वाली सामग्री भेजी जाती थी। ये किशोरों को छत्तीसगढ़ में ISIS मॉड्यूल बनाने के लिए उकसा रहे थे।
डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई
ATS ने सोशल मीडिया डेटा और डिजिटल साक्ष्यों का विश्लेषण करके इन किशोरों की पहचान की। इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई और मॉड्यूल से जुड़े साक्ष्य भी जुटाए गए। ATS सूत्रों के मुताबिक, विदेशी हैंडलरों के IP एड्रेस और अन्य साइबर ट्रेल्स की जांच जारी है।
साइबर सुरक्षा पर फोकस
इस घटना के बाद ATS ने राज्य में साइबर सुरक्षा और सोशल मीडिया की निगरानी को और कड़ा करने के निर्देश दिए हैं। ATS की इस कार्रवाई से यह भी स्पष्ट हो गया कि आतंकवादी संगठन अब डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल कर भारतीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे रोकने के लिए विशेष निगरानी की आवश्यकता है।
सूत्रों के अनुसार, जांच दल ने कई महत्वपूर्ण डेटा तकनीकी माध्यम से पुनः प्राप्त किए हैं, जो इस मॉड्यूल के नेटवर्क को समझने में अहम साबित हो सकते हैं।एटीएस ने इस मामले के बाद राज्य में साइबर सुरक्षा और सोशल मीडिया की निगरानी को और व्यापक करने के निर्देश दिए हैं।

